पार्क प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर उठाया सख्त कदम
विश्व धरोहर स्थल फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण पर्यटकों की आवाजाही पर अस्थायी रोक लगा दी गई है।
नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के उप वन संरक्षक तरुण एस. द्वारा जारी आदेश में यह स्पष्ट किया गया कि यह निर्णय पर्यटकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है।
पार्क प्रशासन के अनुसार, 5 अगस्त मंगलवार को दोपहर बाद अचानक हुई भारी बारिश के चलते फूलों की घाटी के प्रवेश द्वार से आगे स्थित घूसा नाला उफान पर आ गया। नाले को पार करने के लिए बनाई गई अस्थायी पुलिया बह गई, जिससे घाटी से लौट रहे पर्यटक नाले के दूसरी ओर फंस गए।
पार्क कर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए जान जोखिम में डालकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और सभी पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया।
पर्यटकों को घांघरिया से ही लौटाया गया
हालांकि मंगलवार सुबह कुछ पर्यटक घांघरिया बेस कैंप से फूलों की घाटी के प्रवेश द्वार तक पहुँच चुके थे, लेकिन उन्हें पार्क कर्मियों द्वारा वापस भेज दिया गया। बारिश और भू-स्खलन के बढ़ते खतरे को देखते हुए फूलों की घाटी को अग्रिम आदेशों तक पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
ज्योतिर्मठ क्षेत्र के कुंठ खाल, टिपरा ग्लेशियर क्षेत्र और भ्यूंडार वैली में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है, जिसके मद्देनज़र यह रोक और भी आवश्यक हो गई है।

प्रशासनिक ने किया अलर्ट
उप वन संरक्षक तरुण एस. ने कहा, “हमारी पहली प्राथमिकता पर्यटकों की सुरक्षा है। जब तक मौसम सामान्य नहीं होता और मार्ग पुनः सुरक्षित नहीं हो जाता, तब तक प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।”
वहीं, पार्क की वन क्षेत्र अधिकारी चेतना कांडपाल ने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे पार्क कर्मियों की तत्परता की सराहना की।
















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