जूनियर हाईस्कूलों में पढ़ाया जाएगा राज्य आंदोलन का इतिहास

उत्तराखंड सरकार ने राज्य आंदोलन, संस्कृति और महान विभूतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से सरकारी, सहायता प्राप्त विद्यालयों और मान्यता प्राप्त मदरसों के कक्षा 6 से 8 तक के पाठ्यक्रम में हमारी विरासत एवं विभूतियां नामक पुस्तिका को शामिल करने का निर्णय लिया है।

विस्तार

अब प्रदेश की जूनियर हाईस्कूल कक्षाओं में उत्तराखंड आंदोलन का इतिहास पढ़ाया जाएगा। प्रदेश कैबिनेट ने उत्तराखंड के आन्दोलन का इतिहास और लोक संस्कृति के विभिन्न आयामों को पाठ्य पुस्तकों में शामिल किए जाने के संबंध में मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रियान्वयन के लिए प्रारम्भिक शिक्षा के अंतर्गत कक्षा-6 से कक्षा-8 तक के लिए पाठ्यचर्या में हमारी विरासत और विभूतियाँ सहायक पुस्तिका के रूप में विकसित शामिल किये जाने का फैसला लिया है।

इससे उत्तराखण्ड के आन्दोलन का इतिहास और लोक संस्कृति के विभिन्न आयामों को हमारी पाठ्य पुस्तकों में शामिल किया जा सकेगा और इन पाठ्य पुस्तकों में शामिल किये जाने पर छात्र-छात्राओं को उत्तराखंड राज्य की अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त होगी।

कैबिनेट ने उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा विनियम, 2009 के अध्याय-12 के विद्यमान विनियम-14(7) वि (ग) में कमांक 9 के पश्चात कमांक 10 कक्षा 10 (हाईस्कूल) परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरान्त तीन वर्षीय पालिटेक्निक डिप्लोमा परीक्षा उत्तीर्ण को उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा में परिषद् की कक्षा 12 (इण्टरमीडिएट) उत्तीर्ण की समकक्षता प्रदान किये जाने को मंजूरी दी है।

इससे उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद् विनियम 2009 में अध्याय-बारह के विद्यमान विनियम में क्रमांक 9 के पश्चात क्रमांक-10 को जोड़े जाने का निर्णय। उत्तराखण्ड प्राविधिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित तीन वर्षीय पालिटेक्निीक डिप्लोमा परीक्षा उत्तीर्ण को उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद की कक्षा 12 (इण्टरमीडिएट) उत्तीर्ण के समकक्षता माना जाएगा और पालिटेक्नीक डिप्लोमा परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी अन्य स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकेंगे।

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