2024 में 260 भारतीय खिलाड़ी डोप टेस्ट में फेल, लगातार तीसरे साल टॉप पर भारत
अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर भारत की साख को झटका देने वाली खबर सामने आई है।
विश्व एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार,
साल 2024 में डोपिंग के सबसे ज्यादा मामले भारत से दर्ज किए गए हैं।
यह लगातार तीसरा साल है जब भारत इस नकारात्मक सूची में शीर्ष पर रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में 260 भारतीय खिलाड़ी प्रतिबंधित पदार्थों के सेवन में दोषी पाए गए।
वैश्विक तुलना में भारत की स्थिति सबसे खराब
विश्व एंटी डोपिंग एजेंसी के आंकड़े बताते हैं कि भारत का डोपिंग पॉजिटिविटी रेट 3.6 प्रतिशत रहा,
जो दुनिया में सबसे अधिक है।
भारत में डोपिंग जांच की जिम्मेदारी संभालने वाली नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA)
ने वर्ष 2024 में 7,113 सैंपल (यूरिन और ब्लड) एकत्र किए,
जिनमें से 260 में प्रतिबंधित पदार्थ पाए गए।
दूसरी ओर,
- चीन ने 24,214 टेस्ट किए, लेकिन सिर्फ 43 पॉजिटिव केस मिले
- जर्मनी, फ्रांस, रूस, इटली और ब्रिटेन जैसे देशों में भी भारत से अधिक टेस्ट हुए, पर पॉजिटिव केस काफी कम रहे
इन आंकड़ों को The Indian Express जैसे प्रमुख राष्ट्रीय समाचार माध्यमों ने भी रिपोर्ट किया है।
पुरानी समस्या, लगातार बढ़ता ट्रेंड
डोपिंग भारत के लिए नई चुनौती नहीं है।
- 2023 में 213 भारतीय एथलीट डोपिंग में पकड़े गए थे
- 2024 में यह संख्या बढ़कर 260 हो गई
खेल विश्लेषकों का मानना है कि यह बढ़ोतरी गलत सप्लीमेंट्स, अपर्याप्त जानकारी और
दबाव में प्रदर्शन सुधारने की प्रवृत्ति का नतीजा हो सकती है।
टेस्टिंग में हर पांचवां खिलाड़ी संदिग्ध
WADA के अनुसार, प्रतियोगिताओं के दौरान जांच किए गए
हर पांच भारतीय एथलीट में से लगभग एक डोपिंग टेस्ट में फेल पाया गया।
इसका असर हाल ही में आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में भी देखने को मिला,
जहां कुछ ट्रैक इवेंट्स में बेहद कम खिलाड़ी स्टार्ट लाइन पर पहुंचे।
माना जा रहा है कि एंटी-डोपिंग टीम की मौजूदगी के चलते कई खिलाड़ी प्रतियोगिता से हट गए।
इन खेलों में ज्यादा डोपिंग मामले
2024 में डोपिंग के सबसे ज्यादा केस इन खेलों से सामने आए-
- एथलेटिक्स: 76 मामले
- वेटलिफ्टिंग: 43 मामले
- कुश्ती: 29 मामले
ये वही खेल हैं जिनसे भारत को ओलंपिक और एशियाई खेलों में सबसे ज्यादा उम्मीदें रहती हैं।
NADA का तर्क: सख्ती बढ़ी, इसलिए मामले ज्यादा दिखे
NADA ने कहा है कि आंकड़े भले ही गंभीर लगें, लेकिन
- 2019 में जहां सिर्फ 4,004 टेस्ट हुए थे
- वहीं 2024 में टेस्ट की संख्या बढ़कर 7,113 हो गई
एजेंसी के अनुसार, पॉजिटिविटी रेट 5.6% से घटकर 3.6% हुआ है, जो यह दिखाता है कि निगरानी मजबूत हुई है।
नीरज चोपड़ा पहले ही जता चुके हैं चिंता
भारत के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा डोपिंग को भारतीय खेलों की बड़ी चुनौती बता चुके हैं।
उनका कहना है कि डोपिंग न सिर्फ खिलाड़ियों के करियर, बल्कि देश की खेल छवि को भी नुकसान पहुंचाती है।




















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