भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी.नारायणन ने जानकारी दी है कि भारत सरकार ने चंद्रयान-5 मिशन को मंजूरी दे दी है।
बेंगलुरु में स्थित ISRO मुख्यालय में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वी.नारायणन ने कहा,’चंद्रयान-5 मिशन में 250 किलोग्राम का रोवर शामिल होगा, जो चंद्रमा की सतह का अध्ययन करेगा।’ ISRO चीफ ने कहा कि तीन दिन पहले ही चंद्रयान-5 मिशन के लिए स्वीकृति मिली है।
उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इस मिशन में जापान भी भारत के साथ मिलकर काम करेगा। मिशन में जो 250 किलोग्राम का एडवांस रोवर शामिल होगा, वह चंद्रमा की सतह और सरंचना का विस्तृत अध्ययन करेगा।
इसरो चीफ ने कहा कि, भारत अब तक 131 उपग्रह लॉन्च कर चुका है, जिनमें से कई SAARC देशों को भी दिए गए हैं। पिछले 10 वर्षों में ISRO ने 433 उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया है, जिनमें से 34 अन्य देशों के थे।
उन्होंने कहा कि ISRO ने 90% की सफलता दर हासिल की है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि है। यह आंकड़े दिखाते हैं कि भारत अब न केवल अपने लिए, बल्कि अन्य देशों के लिए भी एक भरोसेमंद लॉन्च सेवा प्रदाता बन चुका है।
2027 तक इसरो भेजेगा चन्द्रयान-04
भारत ने 2008 में चंद्रयान-01 और 2019 में चंद्रयान-02 मिशन भेजे। 2023 में चंद्रयान-03 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की थी।
भारत 2027 तक चंद्रयान-4 मिशन लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। इसका लक्ष्य चंद्रमा से मिट्टी और पत्थर के नमूने धरती पर लाना है। इसके साथ ही भारत 2028 में अपना पहला मानव अंतरिक्ष मिशन, गगनयान भी लॉन्च करने की योजना बना रहा है।