भारत-चीन के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू होने वाली है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि कज़ान में अक्टूबर के महीने में पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच इस बात पर सहमति बनी थी।
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भारत और चीन के बीच इन्हीं गर्मियों में कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही दोनों देश सैद्धांतिक तौर सीधी फ्लाइट शुरू करने को लेकर सहमत हो गए हैं।
चीन में विदेश सचिव विक्रम मिस्री और चीन के उप-विदेश मंत्री सुन वीडोंग के बीच द्विपक्षीय बातचीत में कई बड़े फैसले लिए गए।
भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक, इस बैठक में सहमति बनी है कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के शुरू होने से पहले इससे जुड़े मैकेनिज्म पर चर्चा भी होगी।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि, भारत और चीन ने 2025 की गर्मियों में कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करने का फैसला किया है।
कैलाश मानसरोवर की यात्रा, हिंदू अनुयायियों के लिए बहुत पवित्र यात्रा मानी जाती है। यह यात्रा तिब्बत में स्थित कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील तक जाती है, जिन्हें सनातन धर्म में भगवान शिव के निवास स्थान के रूप में पूजा जाता है।
यह यात्रा 2020 में कोरोना महामारी फैलने और बॉर्डर पर भारत-चीन के सैनिकों में हिंसक झड़प के कारण इसे रोक दिया गया था।
भारत और चीन, दोनों देशों के बीच लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा है, लेकिन हाल के समय में दोनों देशों के बीच तनाव कुछ हद तक कम हुआ है।
2022 में दोनों देशों ने सीमा पर सैनिकों की तैनाती कम करने का निर्णय लिया था, और अब यह कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने के निर्णय तक पहुंचा है। इस निर्णय को दोनों देशों के संबंधों में सुधार के रूप में देखा जा रहा है।