घटना रविवार रात 10 बजे की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार सावणी गांव में करीब 15 घरों में एक-एक कर आग धधकने लगी।
ग्रामीण ने आग की लपटे देख दमकल विभाग को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने के बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। आग लगने से 15 भवन जलकर खाक हो गए।
आग इतनी विकराल थी की सुबह तक आग पर काबू पाया गया। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग ब्रह्मा देवी (75) पत्नी नेगी सिंह का शव सुबह मलबे के नीचे दबा मिला।
सूचना मिलते ही SDRF , पुलिस, फायर सर्विस मोरी फायर सर्विस नौगांव, राजस्व, टीम मोरी से रवाना करवाते हुए राहत एवं बचाव कार्य से सम्बन्धित अन्य विभागों को भी अलर्ट कर दिया गया।
घटनास्थल सड़क मार्ग से लगभग 5 किमी की पैदल दूरी पर स्थित है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने घटना के बारे में तहसीलदार मोरी से जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यकतानुसार मौके पर राहत एवं बचाव कार्य के लिए अतिरिक्त टीमों को भेजे जाने के भी निर्देश दिए।

गांव में कुल 9 मकान पूर्ण रूप से जल चुके हैं। जिसमे लगभग 15-16 परिवार निवास करते थे। इसके अतिरिक्त 2 मकानों को आग से बचाने हेतु पूर्ण रूप से तोड़ा गया है और 3 मकानों को आंशिक रूप से तोड़ा गया है।
22-25 परिवार प्रभावित
इस पूरे घटनाक्रम में लगभग 22-25 परिवार प्रभावित हुए हैं, जिनको रहने के लिए टैंट की तत्काल व्यवस्था की गई। राशन हेतु खाद्य विभाग को निर्देशित कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक के सावणी गांव में लगी आग से प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को तुरंत राहत और पुनर्वास कार्य शुरू करने का आदेश दिया है। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि प्रभावित परिवारों को आवश्यक सामग्री, भोजन, कपड़े और अस्थायी आश्रय की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जाए।