2 शव बरामद, 8 अब भी लापता
नंदानगर क्षेत्र के कुंतरी और धुरमा गांवों में 17 सितंबर की रात हुई भारी बारिश और अतिवृष्टि से भारी तबाही मची।
इस आपदा में अब तक दो शव बरामद किए गए हैं, जबकि दो लोगों को मलबे से सुरक्षित जिंदा निकाला गया है।
फिलहाल आठ लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश के लिए राहत और बचाव अभियान दूसरे दिन भी युद्धस्तर पर जारी है।
बीती रात 16 घंटे बाद मलबे से दो लोगों को जिंदा निकालने में सफलता मिली, जिससे बाकी लापता लोगों को लेकर उम्मीदें बढ़ी हैं।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, पुलिस और पीआरडी की टीमें स्थानीय लोगों के साथ मिलकर लगातार तलाशी अभियान चला रही हैं।
प्रशासन और सरकार की सक्रियता
चमोली डीएम संदीप तिवारी और एसपी सर्वेश पंवार मौके पर मौजूद रहकर हालात की समीक्षा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिव आपदा प्रबंधन से फोन पर जानकारी ली और राहत-बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए।
उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है और सभी आवश्यक मदद दी जाएगी।
आपदा में घायल और बीमार 11 लोगों को हेलीकॉप्टर से ऋषिकेश और देहरादून के उच्च चिकित्सा केंद्रों में भेजा गया।
एम्स ऋषिकेश के डॉक्टरों ने बताया कि इनमें से एक 5 से 7 साल का बच्चा गंभीर हालत में भर्ती है।
नुकसान का आंकड़ा
प्रशासन के अनुसार, आपदा में 27 से 30 मकान और गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। नंदप्रयाग–नंदानगर मार्ग अवरुद्ध है, जिसे खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।
कुंतरी लगा फाली के प्रभावित परिवारों के लिए सैती प्राथमिक विद्यालय, मरिया आश्रम और पूर्ति निरीक्षक गोदाम में शिविर स्थापित किए गए।
धुरमा गांव के लगभग 25 परिवारों और सेरा गांव के लगभग 12 परिवारों के लिए भी राहत शिविर तहसील प्रशासन ने तैयार किए हैं।
शिविरों में भोजन और पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है।

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