केवल उच्च आय वर्ग पर लागू होगा 5% टैक्स, 2028 से होगा प्रभावी
ओमान ने खाड़ी क्षेत्र में इतिहास रचते हुए व्यक्तिगत आयकर (Personal Income Tax – PIT) लगाने की घोषणा की है। यह फैसला आर्थिक विविधता और वित्तीय स्थिरता को सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यह कर व्यवस्था जनवरी 2028 से लागू होगी और इसका असर केवल शीर्ष 1% आय वर्ग पर पड़ेगा।
यह 5% आयकर उन व्यक्तियों पर लागू होगा जिनकी वार्षिक आय 42,000 ओमानी रियाल (लगभग 1.09 लाख डॉलर) या उससे अधिक है।
यह व्यवस्था केवल उच्च आय वर्ग को लक्षित करती है ताकि सामान्य और मध्यम वर्ग प्रभावित न हो।
तेल पर निर्भरता घटाने की रणनीति
ओमान के वित्त मंत्री सईद बिन मोहम्मद अल-सक्री ने बताया कि यह निर्णय देश को तेल एवं गैस पर अत्यधिक निर्भरता से मुक्त करने की रणनीति का हिस्सा है।
इस समय ओमान की कुल सरकारी आय का 68% से 85% हिस्सा तेल-गैस से आता है, जो अत्यधिक अस्थिर और वैश्विक कीमतों पर निर्भर है।
यह कदम ‘ओमान विज़न 2040’ और दसवीं पंचवर्षीय योजना (2021–2025) के आर्थिक लक्ष्य पूरे करने की दिशा में एक राजकोषीय सुधार है।
सरकार का कहना है कि टैक्स से मिलने वाला राजस्व सामाजिक कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सेवाओं पर खर्च को बनाए रखने में मदद करेगा।
ओमान खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) के छह देशों में से पहला देश है जिसने व्यक्तिगत आयकर लगाने की पहल की है। UAE, सऊदी अरब, कतर जैसे देशों में अब भी व्यक्तिगत आय कर-मुक्त व्यवस्था लागू है, जो प्रवासी कामगारों के लिए विशेष रूप से आकर्षक है।
सरकार को उम्मीद है कि यह कर व्यवस्था राजस्व का वैकल्पिक स्रोत बनेगी, देश की क्रेडिट रेटिंग सुधरेगी और सरकारी खर्च करने की क्षमता भी बढ़ेगी।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इससे हाई-इनकम प्रोफेशनल्स ओमान से पलायन कर सकते हैं, लेकिन सरकार ने इसे स्थायीत्व के लिए आवश्यक कदम बताया है।
