बाबा केदार की पंचमुखी डोली ओंकारेश्वर से केदारनाथ धाम के लिए हुई रवाना

सोमवार सुबह भक्तों की अपार श्रद्धा और भक्ति के बीच ऊर्जा से ओतप्रोत बाबा केदार की पंचमुखी डोली ने ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ से अपने ग्रीष्मकालीन प्रवास के लिए केदारनाथ धाम की ओर प्रस्थान किया।

सुबह ब्रह्ममुहूर्त में विशेष पूजा-अर्चना और वैदिक मंत्रोच्चारण के बाद शंख-घंटों की गूंज, जयकारों की गगनभेदी आवाज़ों और भक्तों के भावविभोर हुजूम के बीच यह पावन यात्रा शुरू हुई।

बाबा की पंचमुखी प्रतिमा को फूलों, रत्नों और चांदी के छत्रों से सुसज्जित किया गया था, मानो स्वयं प्रकृति भी इस अद्भुत यात्रा की साक्षी बन रही हो।

शंख-घंटों की मधुर ध्वनि और ‘जय बाबा केदार’ के उद्घोष से वातावरण गूंज उठा, जब हजारों श्रद्धालुओं ने डोली के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया।

इस अवसर पर स्थानीय निवासी, तीर्थयात्री और विभिन्न धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। प्रशासन द्वारा भी सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे।

ओंकारेश्वर से केदार धाम रवाना हुई बाबा की पंचमुखी डोली

रात्रि प्रवास के लिए प्रथम पड़ाव विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुुंचेगी। 29 अप्रैल की सुबह विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से रात्रि प्रवास के लिए द्वितीय पड़ाव फाटा को प्रस्थान होगी।

30 अप्रैल की सुबह फाटा से रात्रि प्रवास के लिए तृतीय पड़ाव गौरा देवी मंदिर गौरीकुंड पहुंचेगी। 01 मई की सायं को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली केदारनाथ धाम पहुंच जायेगी।

02 मई की सुबह शुक्रवार को प्रात: 7 बजे वृष लग्न में केदारनाथ धाम के कपाट तीर्थयात्रियों के दर्शनार्थ खोल दिए जायेंगे। इसके साथ ही बाबा के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु विधिवत खोले जाएंगे।

बाबा केदार की पंचमुखी डोली यात्रा सदियों पुरानी परंपरा है, जो हर वर्ष शीतकालीन प्रवास के बाद पुनः केदारनाथ धाम लौटती है। शास्त्रों के अनुसार, यह पंचमुखी विग्रह शिव के पांच रूपों-ईशान, तत्पुरुष, अघोर, वामदेव और सद्योजात- का प्रतीक है, जो भक्तों को शिवत्व की अनुभूति कराते हैं।

डोली के मार्ग पर जगह-जगह श्रद्धालु फूल वर्षा कर रहे हैं और पारंपरिक गीतों के साथ यात्रा को मंगलमय बना रहे हैं। केदारनाथ क्षेत्र में भी डोली के स्वागत के लिए भव्य तैयारियाँ चल रही हैं। स्थानीय पुजारी, तीर्थपुरोहित और तीर्थ विकास समितियाँ यात्रा के सफल आयोजन में जुटी हुई हैं।

डोली यात्रा के साथ ही चारधाम यात्रा का उल्लास भी चरम पर पहुँच गया है। केदारनाथ धाम में बर्फ हटाने, रास्तों को सुगम बनाने और तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए युद्धस्तर पर कार्य किए जा रहे हैं।

स्वास्थ्य केंद्र, आपदा प्रबंधन टीमें और हेलीकॉप्टर सेवाएँ भी तैयार कर दी गई हैं, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

केदारनाथ धाम में सभी तैयारियां पूरी

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि केदारनाथ धाम में भी मंदिर समिति के अग्रिम दल ने यात्रा पूर्व तैयारियां पूरी कर ली हैं।

मंदिर क्षेत्र में पेयजल, विद्युत व्यवस्था, भोग मंडी की साफ सफाई, मंदिर समिति कार्यालय, पूजा कार्यालय, दर्शन पंक्ति की सामान्य मरम्मत, पुजारीगणों एवं कर्मचारियों की आवासीय व्यवस्था संबंधित कार्य किये गये हैं।

https://youtu.be/jGaRHT7bFcw?si=mcNSKE1KOTAvPKEL

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