श्रीनगर (गढ़वाल) में बैकुण्ठ चतुर्दशी मेले की चौथी संध्या पर देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए।
उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और कहा कि यह मेला हमारी संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है।
विधायक कंडारी ने बताया कि मेले के आयोजन से समाज में एकता, भाईचारे और लोकसंस्कृति के प्रति सम्मान की भावना मजबूत होती है।

उन्होंने नगर निगम और स्थानीय नागरिकों की सराहना करते हुए कहा कि यह मेला श्रीनगर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संजोने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
मेयर आरती भंडारी ने कलाकारों और अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियां इस मेले की सबसे बड़ी पहचान हैं।
उन्होंने भविष्य में भी मेले को और भव्य रूप देने का आश्वासन दिया।
पंचतत्व बैंड ने बिखेरा जादू
मेले के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में उत्तरकाशी के प्रसिद्ध पंचतत्व बैंड ने आवास विकास मैदान में अपनी शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई। इसके बाद गायक अनुराग नोटियाल, अरविंद चौहान और विकास पंचोला ने ‘ताछुमा ताछुमा छुमा डिग तालो’, ‘ज्ञानसू लग्यूं घुनडुं बाँधियों राँसु नरु-बिजोला’, ‘सिल्की बांद’, ‘चेत की चेतवाली’, ‘सीमा पानी सी’, ‘तेरी माया मां’ जैसे गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
बैंड के साथ टीम प्रबंधक तरुण बिजल्वाण, कीपैड पर रोहित और सोमेश, तबले पर शंकर, ढोलक पर अरुण तथा अन्य वाद्य यंत्रों पर ऋषभ, सतेंद्र, इशान और कन्हैया ने बेहतरीन जुगलबंदी पेश की।

मेयर आरती भंडारी ने बैंड की प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा कि पंचतत्व बैंड ने गढ़वाली लोकसंगीत की आत्मा को मंच पर जीवंत कर दिया। उन्होंने श्रीनगर पहुँचने पर टीम के प्रति आभार व्यक्त किया।
बैकुंठ चतुर्दशी मेले में इस प्रकार की प्रस्तुतियाँ न केवल स्थानीय सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देती हैं, बल्कि दर्शकों में भी उत्साह और उल्लास का संचार करती हैं।
कार्यक्रम में भाजपा कीर्तिनगर मंडल अध्यक्ष कुलदीप रावत, भानु प्रताप सिंह रावत, आशीष माहेश्वरी, बलबीर कंडारी, दिनेश असवाल, नगर आयुक्त नुपुर वर्मा, एवं निगम के पार्षद, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।












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