उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के तत्वावधान में आयोजित देवभूमि बद्री-केदार-कार्तिक स्वामी यात्रा के अंतर्गत भारत गौरव मानसखण्ड एक्सप्रेस द्वारा विभिन्न राज्यों से आए 71 तीर्थ यात्रियों के दूसरे दल ने गुरुवार को पौराणिक क्रौच पर्वत तीर्थ में दर्शन किए। आगमन पर कार्तिकेय मंदिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया गया।
यात्रियों ने क्रौच पर्वत की धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं पौराणिक महत्ता को निकट से महसूस किया और इसके दिव्य प्राकृतिक सौंदर्य से अभिभूत हुए।

आंध्रप्रदेश निवासी डी. के. मुरूगेशन ने कहा, “यह धरती का साक्षात स्वर्ग है।” वहीं दिल्ली के संजय रस्तोगी ने इस पूरे क्षेत्र को “प्रकृति का अनुपम उपहार” बताया।
तीर्थ स्थल पर चल रहे 11 दिवसीय महायज्ञ एवं पुराणवाचन में भी दल ने सहभागिता की। शनिवार को बीहड़ चट्टानों के मध्य से निकलने वाली भव्य जल कलश यात्रा की तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। यह आयोजन तीर्थ में धार्मिक उर्जा का केंद्र बन चुका है, जहाँ प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन एवं पुण्य प्राप्त करने पहुंच रहे हैं।
कार्तिकेय मंदिर समिति के अध्यक्ष विक्रम सिंह नेगी और उप प्रबंधक रमेश नेगी ने यात्रा के सफल संचालन की जानकारी देते हुए बताया कि परिषद के सहयोग से मंगलवार को पहला दल तथा गुरुवार को दूसरा दल क्रौच पर्वत तीर्थ पहुंचा। समिति के पदाधिकारी जैसे पूर्ण सिंह नेगी, बलराम सिंह नेगी, चंद्र सिंह नेगी, कुलदीप रावत व अन्य ने श्रद्धालुओं के स्वागत व व्यवस्थापन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

