पीएम मोदी AI एक्शन समिट में करेंगे सिरकत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस और अमेरिका की यात्रा पर हैं। फ्रांस में वे AI एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करेंगे और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ बातचीत करते हुए पहली बार भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे।
इसके बाद वे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आमंत्रण पर अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा करेंगे, जहां कई द्विपक्षीय कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
फ्रांस में होने वाली एआई समित में दुनियाभर के कई नेता शिरकत करेंगे। वहीं अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर फ्रांस पहुंचेंगे। जहां वह पेरिस एआई समिट में शिरकत करेंगे।
इनके अलावा चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग भी इस समिट के लिए अपने विशेष दूत को भेजेंगे। वहीं यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वान डेर लेयेन, ओपनएआई के सीईओ सैम आल्टमैन, माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के अलावा करीब 80 देशों के अधिकारी और सीईओ इस समिट में भाग लेंगे।
11 फरवरी को मुख्य कार्यक्रम एआई एक्शन समिट 2025
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भारत और फ्रांस के बीच चल रही रणनीतिक साझेदारी के महत्व की जानकारी मीडिया को दी। यात्रा का मुख्य कार्यक्रम 11 फरवरी को एआई एक्शन समिट होगा, जहां पीएम मोदी वैश्विक नेताओं के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य पर चर्चा करेंगे।
शिखर सम्मेलन का उद्देश्य एआई प्रौद्योगिकियों के जिम्मेदार और नैतिक उपयोग पर सहयोग को बढ़ावा देना है, जिसके वैश्विक अर्थव्यवस्था के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण होने की उम्मीद है।
एआई को लेकर अमेरिका और चीन के बीच टकराव
बता दें कि, इससे पहले 2023 में ब्रिटेन में AI शिखर सम्मेलन का आयोजन हुआ था। तब 28 देशों ने AI से जुड़े जोखिमों से निपटने के लिए गैर-बाध्यकारी संकल्प लिया था।
पेरिस में AI शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब चीन के किफायती AI टूल डीपसीक के चलते तकनीकी वर्चस्व को लेकर चीन और अमेरिका के बीच भूराजनीतिक टकराव की स्थिति पैदा हो गई है।