गैरसैण के प्रणव काला ने आईएमए की कसम परेड के साथ अपने परिवार की पारंपरिक विरासत को और अधिक मजबूत कर दिखाया है।
मूल रूप से गैरसैण तहसील के छपाली परमघाट, घंडियाल निवासी तथा हाल में गैरसैण निवासी प्रणव के परदादा खिमानंद काला ब्रिटिश सेना में बतौर सैनिक शामिल रहे, जबकि दादा पंडित शालकीराम काला भारतीय सेना इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल कोर का हिस्सा रहकर हवलदार पद से सेवानिवृत्त हुए।
प्रणव के पिता दिनेश प्रसाद काला गढ़वाल रेजीमेंट की 11वीं बटालियन से सूबेदार मेजर पद से सेवानिवृत्त हुए, जबकि आईएमए परेड का हिस्सा बनकर स्वयं प्रणव अब भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद पर तैनात हो गए हैं। इस तरह उन्होंने अपने परिवार की पारंपरिक विरासत को न सिर्फ सहेजा है, बल्कि उसके प्रभाव में ईजाफा भी किया है। प्रणव की इस उपलब्धि को गैरसैण क्षेत्र के लोगों ने भी गौरव का पल बताया है।

मां ममता काला ग्रहणी हैं। उनके माता-पिता ने बताया कि प्रणव ने कक्षा चार तक की पढ़ाई एसजीआरआर गैरसैण में की। पांचवीं से उनकी पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल, बीकानेर, जबकि इंटरमीडिएट की पढ़ाई सेंट थेरेसास, काठगोदाम में हुई। परिवार के संस्कारों तथा सैनिक स्कूल के प्रबंधन ने उसे सेना में ही करियर बनाने के लिए आकर्षित किया। दिल्ली विवि से गणित स्नातक कर उन्होंने सीडीएस के माध्यम से आईएमए में प्रवेश किया। उनकी बहन सृष्टि काला डिजिटल मार्केटिंग में वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं।
