- राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम पर्वतमाला परियोजना के तहत होगा रोपवे का निर्माण
- रोपवे के जरिए प्रतिदिन 18,000 यात्री कर सकेंगे यात्रा
- केदारनाथ रोपवे की दूरी होगी 12.9 किमी., गोविंदघाट से हेमकुंड के लिए 12.4 किमी. लंबा होगा रोपवे
केंद्र सरकार ने बुधवार, 05 मार्च को उत्तराखंड में दो रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दे दी। इनमें सोनप्रयाग से केदारनाथ 12.9 किमी. और गोविंदघाट से हेमकुंट 12.4 किमी. रोपवे परियोजनाएं शामिल है। दोनों परियोजनाओं पर कुल 6,811 करोड़ रुपए की लागत से बनेंगी।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति के निर्णयों की जानकारी सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी।
सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12.9 किमी लंबे रोपवे का निर्माण निर्माण, वित्त, संचालन और हस्तांतरण प्रारूप पर किया जाएगा, जिसकी कुल लागत 4,081.28 करोड़ रुपए होगी।
रोपवे परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान करने से तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी, जिससे यात्रा आसान और सुगम होगी। इससे यात्रा में लगने वाला समय भी बहुत कम होगा, जिससे तीर्थयात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
36 मिनट में पहुंचेगे केदारनाथ
सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक 18 किमी. का रास्ता है, जिसमें श्रद्धालु पैदल, घोड़े, खच्चर, कंडी व हेली सेवा के माध्यम से पहंचते हैं। रोपवे बनने के बाद श्रद्धालु 36 मिनट में केदारनाथ धाम पहुंच जाएंगे।
वहीं दूसरी ओर, हेमकुंड साहिब की यात्रा गोविंदघाट से 21 किमी. की है। यह दूरी पैदल, टट्टुओं या पालकियों से पूरी की जाती है। प्रस्तावित योजना हेमकुंड साहिब के तीर्थयात्रियों और फूलों की घाटी में आने वाले पर्यटकों की सुविधा प्रदान करने के लिए बनाई गई है।