यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के तीसरे वर्ष में रूस ने एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कामयाबी का दावा किया है। रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, रूसी सैनिकों ने डोनेट्स्क क्षेत्र के शेवचेंको गांव और नोवोसेरहीवका नामक बस्ती पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है।
यह इलाका यूक्रेन के बहुमूल्य लिथियम खनिज भंडार के पास स्थित है। हालांकि यूक्रेनी सरकार ने फिलहाल इस दावे पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
रणनीतिक स्थान पर स्थित शेवचेंको गांव
शेवचेंको गांव डोनेट्स्क और ड्नीप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्र की सीमा पर स्थित है। यह इलाका पिछले कई महीनों से रूसी हमलों का केंद्र रहा है। इसका महत्व केवल सीमाई नियंत्रण तक सीमित नहीं, बल्कि इसके समीप स्थित खनिज संपदा के कारण भी है। गांव के समीप लिथियम का एक विशाल भंडार मौजूद है, जिसकी खोज वर्ष 1982 में सोवियत भूवैज्ञानिकों ने की थी।
लिथियम भंडार की आर्थिक अहमियत
करीब 40 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले इस भंडार में स्पोड्यूमीन, पेटालाईट, रबिडियम, सेसियम, टैंटलम, नियोबियम जैसे दुर्लभ खनिज मौजूद हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह भंडार यूरोप का सबसे बड़ा लिथियम स्रोत माना जाता है और इसकी गहराई व गुणवत्ता इसे व्यावसायिक खनन के लिए उपयुक्त बनाती है। लिथियम का उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियों, ग्रीन एनर्जी सिस्टम और उच्च तकनीक उपकरणों में होता है।
रूस-नियुक्त अधिकारी का दावा
डोनेट्स्क में रूस-नियुक्त प्रशासन के अधिकारी इगोर क्लिमाकोवस्की ने बताया कि यूक्रेनी सेना ने लिथियम भंडार की रक्षा के लिए इस क्षेत्र में बड़ी सैन्य तैनाती कर रखी थी। उनका कहना है कि अब यह इलाका पूरी तरह से रूसी नियंत्रण में है और जब परिस्थितियां अनुकूल होंगी, तो यहां खनन परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।
रूसी दावे को तीन साल की लड़ाई में एक रणनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है, मगर यूक्रेनी सेना या सरकार की ओर से अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं आई है। क्षेत्र की संवेदनशीलता और खनिज संपदा के कारण यह कब्जा भविष्य में और भी बड़ा विवाद खड़ा कर सकता है।
