हीरानगर वार्ड 17 में तनावपूर्ण माहौल
शनिवार, 13 दिसम्बर को नगर निगम और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम
राजस्व भूमि पर शौचालय निर्माण के प्रस्ताव के तहत अतिक्रमण हटाने के लिए हीरानगर वार्ड संख्या 17 में पहुँची।
इसी दौरान कुछ व्यक्तियों ने विरोध करते हुए नगर निगम की जेसीबी मशीन पर पत्थर फेंके,
जिससे मशीन का शीशा टूट गया और मौके पर तनावपूर्ण स्थिति बन गई।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई रोकी गई
पथराव और अफरा‑तफरी के कारण सुरक्षा कारणों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तुरंत रोक दी गई।
राजस्व विभाग की भूमि पर प्रस्तावित शौचालय निर्माण का कार्य फिलहाल स्थगित रहा,
जबकि पुलिस और संबंधित अधिकारी स्थिति नियंत्रण में लाने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रशासन की सख्त प्रतिक्रिया
नगर निगम अधिकारियों ने कहा है कि सरकारी कार्य में बाधा डालना और
सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाना दंडनीय अपराध है।
दोषियों की पहचान के लिए कैमरों और प्रत्यक्षदर्शियों से बयान लिए जा रहे हैं,
और कड़ाई से कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और आवश्यकतानुसार अतिरिक्त बल तैनात कर सकता है।
यह विवाद मौजूदा नीति‑परिप्रेक्ष्य से जुड़ा है
राज्य सरकार पिछले समय से सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे को हटाने के लिए सख्त कदम उठा रही है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने सरकारी जमीन पर कब्जे रोकने और
अतिक्रमण हटाने के लिए मजबूत तंत्र बनाने के निर्देश दिए हैं,
जिसमें इंटरडिपार्टमेंटल टीमों का गठन और कड़ी कार्रवाई शामिल है।
पूर्व में भी अतिक्रमण हटाने पर हिंसा और तनाव
हल्द्वानी में अतिक्रमण हटाने को लेकर पहले भी बड़े विवाद और हिंसा की घटनाएँ देखी गई हैं,
जैसे कि वर्ष 2024 में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाने के प्रयास के
दौरान तनाव फैलने और पत्थरबाजी के आरोप के साथ बड़े स्तर पर विरोध हुए थे।
उस दौरान कई लोग घायल हुए और curfew जैसी कड़ी सुरक्षा स्थिति लागू करनी पड़ी थी।
















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