स्थानीय व्यापारी 68 वर्षीय रणजीत सिंह रावत के आकस्मिक निधन पर व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों, ग्रामीण व परिजनो ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त है। उनके निधन पर ऊखीमठ में व्यापारियों ने शोक में अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे।
68 वर्षीय रणजीत सिंह रावत हमेशा विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुडे रहे तथा धार्मिक,आध्यात्मिक,सामाजिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उनका योगदान स्मरणीय रहा।
केदार घाटी के तीर्थ स्थलो व धार्मिक तीर्थ स्थलों व आस्थावानों के प्रति उनका विशेष लगाव रहता था।
मंगलवार देर रात उन्होने अन्तिम सांस ली तथा बुधवार दोपहर को उनका अन्तिम संस्कार उनके पैतृक घाट मन्दाकिनी के किनारे जैबरी में गमगीन माहौल मे किया गया तथा उनकी अन्तेष्ठि को उनके पुत्र दीपक रावत व बिट्टू रावत ने मुखाग्नि दी।
उनके निधन पर केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल, पूर्व विधायक मनोज रावत, दर्जाधारी चण्डी प्रसाद भट्ट, नगर पंचायत अध्यक्ष कुब्जा धर्म्वाण, पूर्व अध्यक्ष विजय राणा, रीता पुष्वाण, व्यापार संघ अध्यक्ष राजीव भटट, खुशहाल सिंह नेगी , पूर्व प्रमुख लक्ष्मी प्रसाद भट्ट, पी.सी.सी. सदस्य आनन्द सिंह रावत, गुरिल्ला संगठन जिलाध्यक्ष बसन्ती रावत, सभासद बलवीर पंवार, प्रदीप धर्म्वाण, सरला रावत, पूजा देवी, अर्जुन रावत, नवदीप नेगी, पूर्व प्रधान राय सिंह धर्म्वाण, महिपाल बजवाल, डा0 कैलाश पुष्वाण, अनिल रावत, पवन रावत, महेश बर्त्वाल, प्रकाश गुसाई, कर्मवीर कुवर, हरि मोहन भट्ट सहित विभिन्न सामाजिक संगठनो ,जनप्रतिनिधियों, परिजनों व ग्रामीणों ने शोक संवेदना व्यक्त की।