टेकऑफ के तीस सेकंड बाद गड़बड़ी, छात्रावास पर गिरा विमान
12 जून की सुबह, अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने जैसे ही उड़ान भरी, तीस सेकंड के भीतर तकनीकी असंतुलन दर्ज किया गया।
विमान अचानक ऊंचाई खोने लगा और बाईं ओर झुकते हुए अहमदाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रावास परिसर से टकरा गया। हादसे में कुल 270 लोगों की जान गई, जिनमें 241 यात्री और अन्य 34 लोग मारे गए थे। इस हादसे में एकमात्र जीवित व्यक्ति निकला।
ब्लैक बॉक्स बरामद, मेमोरी मॉड्यूल से निकाला गया डेटा
दुर्घटना के बाद कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) क्रमशः 13 और 16 जून को बरामद किए गए। ये दोनों ही क्रैश में क्षतिग्रस्त हो गए थे। इसलिए, डेटा निकाल पाना मुश्किल लग रहा था।
अब एक बड़ी सफलता मिली है। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल (CPM) और मेमोरी मॉड्यूल को सुरक्षित रूप से निकाल लिया है। साथ ही, सारा डेटा भी डाउनलोड कर लिया है।
विदेश भेजने की खबरें निराधार
नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने स्पष्ट किया कि ब्लैक बॉक्स की जांच भारत में ही हो रही है। अमेरिकी एजेंसी NTSB तकनीकी सहायता दे रही है, लेकिन जांच का नेतृत्व पूरी तरह भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के पास है।
डेटा से क्या मिलेगा?
ब्लैक बॉक्स से प्राप्त डेटा के माध्यम से विमान की गति, ऊंचाई, इंजन थ्रस्ट, फ्लैप्स और रडर की स्थिति, कॉकपिट में बातचीत और अलार्म सिग्नल्स की जांच की जा रही है। इससे यह स्पष्ट होगा कि हादसे का कारण प्रणालीगत विफलता थी या मानवीय चूक।
