सिद्धपीठ लाटू मंदिर के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खुले

मुख्यमंत्री धामी ने की पूजा-अर्चना

चमोली जिले के वांण गांव स्थित सिद्धपीठ लाटू मंदिर के कपाट सोमवार को विधि-विधान के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए गए हैं। इस पावन अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख-समृद्धि की कामना की।

लाटू देवता को मां नंदा देवी के धर्मभाई के रूप में पूजा जाता है। यह मंदिर नंदा देवी राजजात यात्रा मार्ग पर स्थित है, जो हर 12 वर्षों में आयोजित होती है।

मंदिर में आंखों पर पट्टी बांधकर दर्शन करने की परंपरा है, जो यह दर्शाती है कि आस्था केवल आंखों से नहीं, बल्कि हृदय से होती है।

विकास और संस्कृति का समन्वय: मुख्यमंत्री धामी

मुख्यमंत्री धामी ने लाटू धाम में पूजा-अर्चना के बाद आयोजित सभा में कहा कि यह कार्यक्रम केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, परंपरा और एकता का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को भारत ही नहीं, संपूर्ण विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाने के लिए सरकार पौराणिक मंदिरों का जीर्णोद्धार, सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण और मंदिरों के आसपास सुविधाओं का विकास कर रही है।

चारधाम यात्रा और बुनियादी ढांचे का विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में चारधाम यात्रा का संचालन किया जा रहा है, जो देश-दुनिया के सनातन मतावलंबियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा को सुरक्षित और सुचारु बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

इसके लिए सरकार ऑल वेदर रोड, चिकित्सा सुविधा, आपात समय में हेली सेवा उपलब्ध करवा रही है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का भी तेजी से निर्माण कार्य किया जा रहा है। बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत यात्री सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।

जनहित में कड़े निर्णय और योजनाएं

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार जनहित के लिए कड़े निर्णय ले रही है। सरकार ने समान नागरिक संहिता लागू करने का वादा निभाया है। इसके साथ ही राज्य में धर्मांतरण विरोधी कानून, दंगा रोधी कानून और सख्त भू-कानून लाकर भू माफियाओं पर शिकंजा कसा गया है।

लाटू धाम के विकास के लिए योजना बनाकर कार्य करने का आश्वासन दिया गया है। कुलसारी में उप जिला चिकित्सालय के निर्माण, बाढ़ सुरक्षा कार्य और हेलीपेड निर्माण को लेकर कार्य किए जा रहे हैं। स्थानीय जनता की सभी मांगों को दीर्घकालीन, मध्यकालीन और अल्प समयावधि की योजनाओं में शामिल किया गया है।

नंदा देवी राजजात यात्रा 2026 की तैयारियां

मुख्यमंत्री ने आगामी 2026 में आयोजित होने वाली मां नंदा देवी राजजात यात्रा के लिए सड़कों, पार्किंग और यात्री सुविधाओं के विकास के लिए योजनाबद्ध कार्य करने की बात कही।

उन्होंने जिला प्रशासन को राजजात यात्रा के आयोजन को लेकर किए जाने वाले कार्यों को योजनाबद्ध और समयबद्ध तरीके से करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी के सहयोग से आगामी 2026 में आयोजित होने वाली राजजात यात्रा को भव्य और दिव्य स्वरूप में आयोजित किया जाएगा।

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