70 लाख की कार और 800 ग्राम सोना भी नहीं थे काफ़ी
तमिलनाडु के तिरुपुर ज़िले से एक बेहद दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां 27 वर्षीय नवविवाहिता रिधान्या ने कथित दहेज प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली।
शादी के दो महीने पहले ही उसके परिवार ने दहेज के तौर पर ₹70 लाख की वोल्वो कार और 800 ग्राम सोना (100 सोवरेन) दिए थे। बावजूद इसके, ससुरालवालों की डिमांड और रोज़ाना की मानसिक यातना ने उसकी ज़िंदगी छीन ली।
शादी के दो महीने बाद टूटी रिधान्या
अप्रैल 2025 में रिधान्या की शादी कविन कुमार (28) से हुई थी। शुरुआत में सब सामान्य रहा, लेकिन कुछ ही दिनों में ससुराल पक्ष की ओर से सोने के गहनों की कमी और अतिरिक्त पैसों की मांग शुरू हो गई। परिजनों के अनुसार, दहेज देने के बावजूद रिधान्या को रोज़ तानों, दबाव और अपमान का सामना करना पड़ रहा था।
मंदिर जाने के बहाने निकली, फिर नहीं लौटी
29 जून को रिधान्या ने अपने घरवालों से कहा कि वह मोंडिपलायम स्थित एक मंदिर दर्शन के लिए जा रही है। उसी दौरान उसने रास्ते में अपनी कार रोकी और कथित तौर पर जहरीली दवा खा ली। स्थानीय लोगों ने सड़क किनारे खड़ी कार को देखा और पुलिस को सूचना दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो रिधान्या कार की पिछली सीट पर मृत पाई गई।
आत्महत्या से पहले भेजे ऑडियो मैसेज
रिपोर्ट के मुताबिक, आत्महत्या से पहले रिधान्या ने अपने पिता को WhatsApp पर सात ऑडियो मैसेज भेजे थे। उसने उनमें अपने इस फैसले के लिए माफी मांगी और कहा कि वह अब और प्रताड़ना सहन नहीं कर पा रही। एक ऑडियो में उसने कहा, “मैं अब इस तरह से नहीं चल सकती… मम्मी-पापा, आप ही मेरी दुनिया थे… आप पर बोझ नहीं बनना चाहती थी।”
पुलिस ने आत्महत्या के मामले में रिधान्या के पति कविन कुमार, सास चित्रादेवी, और ससुर ईश्वरमूर्ति को गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और दहेज निषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
