आठ दिन की यात्रा नौ माह में होगी पूरी
जब आप रीजनल रिपोर्टर के पोर्टल पर हमारी ओर से दी जा रही इस जानकारी को 19 मार्च, 2025 की सुबह 3ः30 बजे से पहले पढ़ रहे होंगे, तो बीते नौ माह से अंतरिक्ष में रह रही सुनीता विलियम्स तथा उनके साथी बुच विलमोर अन्य दो साथियों निक हेग और अलेक्सांद्र गोरबुनोव अंतरिक्ष से पृथ्वी की यात्रा पर होंगे।
5 जून, 2024 को शुरू हुई 8 दिन की यह यात्रा तकनीकी दिक्कतों के कारण नौ माह की हो गई। अब पूरी दुनिया सुनीता विलियम्स तथा उनके साथियों के सकुशल धरती पर वापसी की दुआएं कर रहे हैं।
नासा ने घोषणा की है कि सुनीता और उनके साथियों की वापसी का लाइव प्रसारण किया जाएगा।
स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से सुनीता तथा अन्य तीनों साथियों की होगी वापसी
सुनीता और विलमोर स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से पृथ्वी पर लौटने जा रहे हैं। इस यात्रा का सफर लगभग 17 घंटे का होगा और बुधवार, 19 मार्च 2025 को भारतीय समयानुसार सुबह 3ः30 बजे ये सभी अंतरिक्ष यात्री धरती पर लैंड करेंगे। इस लैंडिंग की प्रक्रिया काफी जटिल होती है और यह कई चरणों में पूरी होती है।
स्पेस क्राफ्ट के वायुमंडल में प्रवेश करने को री-एंट्री कहा जाता है। रि-एंट्री के दौरान स्पेस क्राफ्ट की गति लगभग 27 से 28 हजार किमी. प्रति घंटे की गति से धीमी होनी शुरू हो जाती है। जिसमें की क्रू मेम्बर को साढ़े तीन ग्राम अतिरिक्त भार महसूस होता है। यदि इसका एंगल गलत हुआ तो स्पेस क्राफ्ट अनिश्चितकाल के लिए वायुमंडल में रह सकता है।
स्पेस क्राफ्ट के धरती के वायुमंडल से टकराने पर उत्पन्न घर्षण से 1500 डिग्री से अधिक तापमान बढ़ सकता है। इससे बचने के लिए स्पेस क्राफ्ट में आगे फाइबर कम्पोजिट की हीट शील्ड होती है जो कि स्पेस क्राफ्ट को गर्म होने से रोकती है।
स्पेस क्राफ्ट के सुरक्षित बाहर निकल जाने पर पैराशूट सिस्टम की सुरक्षा के लिए आगे लगी हीट शील्ड को हटा दिया जाता है।
लैंडिंग के दौरान स्पेस क्राफ्ट की गति 06 किमी प्रति घंटे होगी।
वायुमंड़ल के संपर्क में आने के बाद
टच डाउन के बाद चालक पैराशूट हटाएगा स्पेस क्राफ्ट की बिजली बंद करेगा। मिशन कंट्रोल लैंडिंग और रिकवरी टीमों को सैटेलाइट के जरिए संपर्क करेगा।