भारत के समुद्री इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। दुनिया का सबसे बड़ा कंटेनर शिप MSC IRINA पहली बार भारत के तट पर पहुंचा है। यह जहाज़ देश के समुद्री व्यापार और बंदरगाह क्षमताओं के विकास की दिशा में एक मील का पत्थर माना जा रहा है।
इस ऐतिहासिक क्षण ने न केवल भारत के बंदरगाहों की क्षमता का प्रदर्शन किया है, बल्कि वैश्विक समुद्री नक्शे पर भारत की बढ़ती महत्ता को भी रेखांकित किया है।
कहां पहुंचा MSC IRINA?
MSC IRINA भारत के अडानी पोर्ट, मुंद्रा (गुजरात) पर लंगर डाले हुए है। यह पोत Mediterranean Shipping Company (MSC) के बेड़े का हिस्सा है, जो विश्व की सबसे बड़ी कंटेनर शिपिंग कंपनी मानी जाती है। मुंद्रा पोर्ट, जो देश के सबसे बड़े व व्यस्ततम बंदरगाहों में से एक है, ने इस विशाल जहाज को सफलतापूर्वक संभाल कर अपनी तकनीकी और संचालन क्षमताओं को प्रमाणित किया है।
जानिए MSC IRINA की खासियतें
- लंबाई: 399.9 मीटर (करीब चार फुटबॉल मैदानों के बराबर)
- चौड़ाई: 61.3 मीटर
- कंटेनर क्षमता: 24,346 TEU (Twenty-foot Equivalent Unit)
- वजन: लगभग 2.5 लाख टन
- निर्माण वर्ष: 2023
- गति: 22.5 नॉट्स (लगभग 41.7 किमी/घंटा)
भारत के लिए क्यों है यह खास?
MSC IRINA का भारत आगमन यह दर्शाता है कि अब देश के बंदरगाह विश्वस्तरीय विशाल कंटेनर जहाजों को संभालने में सक्षम हो चुके हैं। यह भारत की लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर और मेक इन इंडिया जैसे अभियानों को भी नई गति देने में सहायक सिद्ध होगा।
इसके साथ ही, यह घटना भारत को ग्लोबल ट्रेड हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक और मजबूत कदम मानी जा रही है। अब अधिक कंपनियां भारतीय पोर्ट्स को अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए प्राथमिकता देंगी।
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