राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ में देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत संचालित हो रहे 12 दिवसीय उद्यमिता कार्यशाला में सभी 46 प्रशिक्षुओं ने क्षेत्रीय भ्रमण किया।
योजना के नोडल अधिकारी डॉ. नंदन रावत के मार्गदर्शन में ज्योतिर्मठ के समीप अवस्थित मेरग और परसारी ग्राम पंचायतों में भ्रमण और भौतिक अवलोकन करके गुलाब जल, मसाला और तेल चक्की जैसे व्यवहारिक उद्यमों की बारीकियाँ सीखी।
प्रशिक्षुओं द्वारा उसके उपरांत समौंण फेडरेशन की महिलाओं द्वारा संचालित कार्यशाला का भौतिक अवलोकन भी किया गया ।

मेरग में गुलाब जल संयंत्र को स्थापित करके स्थानीय उद्यमिता को प्रसार देने वाले उमराव सिंह बुरफाल ने प्रशिक्षुओं को विस्तार से गुलाब जल को बनाने की प्रक्रिया की जानकारी दी।
बुरफाल ने प्रशिक्षुओं को गोबर से कम्पोस्ट खाद बनाने की प्रक्रिया से भी परिचित किया। उन्होंने कहा कि वे अपने संयंत्र से 100 ग्राम गुलाब जल मुख्यमंत्री धामी को भी भेंट कर चुके हैं।
डॉ. नंदन रावत ने बताया कि उद्यमिता के क्षेत्र में व्यवहारिक प्रशिक्षण और भौतिक अनुभव का बहुत मूल्य होता है और इस दृष्टि से स्थानीय उद्यमिता के भौतिक अवलोकन का कार्यक्रम बहुत सफल रहा है।
इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक गिरिधर बिष्ट सहित अनेक स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

