जिला परियोजना प्रबन्धन इकाई, ब्लॉक प्रबन्धन इकाई व ग्रामोत्थान (रीप) के संयुक्त तत्वावधान में ब्लॉक सभागार में दो दिवसीय चारा उत्पादन एवं साइलेज निर्माण कार्यशाला विधिवत शुरू हो गई।
कार्यशाला में चार सीएलएफ की 80 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि ज्येष्ठ प्रमुख राकेश नेगी ने कहा कि परियोजना प्रबन्धन इकाई व रीप का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
उन्होंने कहा कि जंगली जानवरों के आतंक से खेती करना चुनौतीपूर्ण हो गया है, फिर भी महिलाएं जी-तोड़ मेहनत कर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठा रही हैं।
किसानों से जुड़ी महिलाओं के लिए प्रशिक्षण
खण्ड विकास अधिकारी अनुष्का ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य कृषक समूह से जुड़ी महिलाओं को चारा उत्पादन एवं साइलेज की विस्तृत जानकारी देना है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दर्जनों योजनाएं संचालित कर रही है, जिनका लाभ महिलाओं को भरपूर मिल रहा है।
सहायक खण्ड विकास अधिकारी पंचायत बलबीर लाल ने कहा कि रीप द्वारा हर ग्रामीण महिला को स्वरोजगार से जोड़ने का भरसक प्रयास किया जा रहा है।

क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी ज्योति बिष्ट व खेल प्रशिक्षक रेखा ढौडियाल ने कहा कि विषम परिस्थितियों के बावजूद भी पहाड़ की महिलाएं पहाड़ जैसा संघर्ष कर रही हैं।
सहायक कृषि अधिकारी मनसूना मुस्तकीन और दीपक भलवाण ने कृषक समूह से जुड़ी महिलाओं को चारा उत्पादन एवं साइलेज की विस्तृत जानकारी दी।
रीप ब्लॉक समन्वयक अरुण बुटोला ने बताया कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को कृषि के प्रति जागरूक करना है।
ब्लॉक प्रबन्धन इकाई व ग्रामोत्थान (रीप) द्वारा समय-समय पर इस प्रकार की कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं, जिससे महिलाओं को कृषि से संबंधित विस्तृत जानकारी मिल सके।

कार्यशाला में अनिल नेगी, चन्द्र मोहन उखियाल, पूजा देवी, अंजना देवी, प्रर्मिला देवी, गीता देवी, बिशाम्बरी देवी, आरती देवी, मीना देवी, दीपा देवी, शान्ता देवी, कुसुम देवी, अनामिका, शशि देवी, आशा देवी, आनन्दी देवी, पल्लवी देवी, कविता देवी, रेशमा देवी, उर्मिला देवी, कुवरी देवी, रामेश्वरी देवी, सुलेखा देवी, संध्या देवी, रेखा देवी, मंजू देवी, ललिता देवी, कोमल नेगी समेत बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं।

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