जिला संदर्भ समूह हिंदी-संस्कृत की दो दिवसीय बैठक का जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर, चमोली में समापन हो गया है l
बैठक में जनपद के 14 शिक्षकों द्वारा प्रतिभाग किया गया l बैठक में हिंदी और संस्कृत भाषा को प्रोत्साहन देने के लिए निम्र निर्णय लिए गए l
- जिला संदर्भ समूह द्वारा परिषदीय परीक्षा के लिए मॉडल प्रश्न पत्रों का निर्माण किया जाएगा l
- हिंदी एवं संस्कृत भाषा की समृद्धि के लिए रोचक पहेलियों एवं खेल गतिविधियों का निर्माण किया जाएगा l
- प्रत्येक विकासखंड में हिंदी व संस्कृत प्रभारी की नियुक्ति की जाएगी l
- 14 दिसंबर एवं 10 जनवरी को हिंदी दिवस का आयोजन आवश्यक रूप से कराया जाएगा l
- वर्तनी और हस्तलेख सुधार पर विशेष बल दिया जाएगा
- द्वितीय राजभाषा संस्कृत की उन्नति के लिए विभिन्न क्रियाकलाप कराए जाएंगे l
- हिंदी और संस्कृत भाषा के साथ स्थानीय भाषा को भी बढ़ावा दिया जाएगा l
- परिषदीय परीक्षा में 100 अंक लाने वाले विद्यार्थियों व शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा l
- शिक्षकों के साथ समूह की प्रगति पर त्रैमासिक ऑनलाइन बैठक आयोजित होगी l
- भाषा में अधिगम शिक्षण सामग्री के उपयोग और निपुण भारत के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे l
बैठक के समापन अवसर पर बोलते हुए प्राचार्य आकाश सारस्वत ने कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है और संस्कृत उसकी माता है, हमें दोनों भाषाओं के उत्थान के लिए प्रयास करने चाहिएl
भाषा ही वह माध्यम है जो पशु को मनुष्य से अलग करती है, भाषा के द्वारा मनुष्य में पशुता को समाप्त करने का कार्य भी किया जाना चाहिए l
दो दिवसीय जिला संदर्भ समूह हिंदी-संस्कृत की बैठक में राष्ट्रपति पुरस्कार से प्राप्त शिक्षिका कुसुमलता गढ़िया, राजकीय इंटर कॉलेज देवीखेत के प्रधानाचार्य दुर्विजय सिंह यादव, उर्मिला बहुगुणा, डॉ. अपर्णा सती, अनीता आर्य, महादेवी रावत, गणेश शाह, सुशील कुमार खंडूरी, डॉ. प्रवीण शर्मा, बालकृष्ण उपाध्याय, दशरथ सिंह एवं श्रद्धा रावत द्वारा प्रतिभाग किया गया l
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