क्षेत्रीय दल उत्तराखंड क्रांति दल ने गुरुवार, 24 अक्तूबर को मूल निवास और भू-कानून की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करते हुए तांडव रैली निकाली। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच नोकझोंक और धक्कामुक्की हुई। पुलिस ने दल के केंद्रीय पदाधिकारियों सहित करीब चार दर्जन लोगों को हिरासत में लिया।
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अपनी मांगों को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने गुरुवार, 24 अक्तूबर को सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। इस रैली का मुख्य उद्देश्य राज्य में सख्त भू कानून लागू करने और 1950 से मूल निवास को मान्यता देने की मांग को लेकर था। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उत्तराखंड की जमीनों को बाहरी लोगों द्वारा खरीदा जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों के अधिकार खतरे में हैं।
वे चाहते हैं कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर कठोर कदम उठाए। साथ ही, उनकी मांग है कि स्थायी निवास प्रमाण पत्र की व्यवस्था को समाप्त किया जाए और मूल निवास को 1950 से लागू किया जाए।
गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे, उक्रांद और विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों के सदस्य परेड ग्राउंड में भारी संख्या में एकत्र हुए। रैली में विकासनगर, टिहरी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, जौनसार, कुमांऊ समेत कई क्षेत्रों से सैकड़ों लोग शामिल हुए।
इसके बाद प्रदर्शनकारी सड़क पर ही नारेबाजी करते हुए सशक्त भू कानून की मांग करने लगे। उसके बाद रैली निकालते हुए दिलाराम चौक से होते हुए हाथी बड़कला पहुंचे। प्रदर्शनकारी राज्य आंदोलन के दौर के गीत गाते हुए करीब 12 बजे सीएम आवास की ओर बढ़े।
पुलिस ने प्रर्दशनकारियों को बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया और उक्रांद के केंद्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत, पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी, और त्रिवेंद्र पंवार सहित अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया, जिन्हें बाद में कोर्ट के समीप छोड़ दिया गया।
रैली में उक्रांद के कार्यकारी अध्यक्ष आनंद प्रसाद जुयाल, शक्तिशैल कपरवाण, जय प्रकाश उपाध्याय, युवा प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र सिंह और केंद्रीय मीडिया प्रभारी किरण रावत कश्यप समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।