नवंबर के पहले सप्ताह में होगा आयोजन
उत्तराखंड एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजन का गवाह बनने जा रहा है। इस बार राज्य को राष्ट्रीय वन खेल-कूद प्रतियोगिता 2025 की मेजबानी सौंपी गई है। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से स्वीकृति मिलने के बाद उत्तराखंड वन विभाग तैयारियों में जुट गया है।
प्रतियोगिता का आयोजन नवंबर के पहले सप्ताह में किया जाएगा, जिसमें देशभर के राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के वन विभागों की टीमें भाग लेंगी।
सीसीएफ (इको टूरिज्म) पीके पात्रो ने बताया कि, “केंद्रीय मंत्रालय से अनुमति मिल चुकी है। हमने आयोजन को लेकर प्रारंभिक तैयारी शुरू कर दी है और सभी विभागीय समितियों का गठन प्रक्रिया में है। हम प्रयास कर रहे हैं कि यह आयोजन उत्तराखंड की खेल संस्कृति और आयोजन क्षमता को राष्ट्रीय पटल पर मजबूती से प्रस्तुत करे।”
पिछली बार छत्तीसगढ़ में हुआ था आयोजन
इससे पहले यह प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ में आयोजित की गई थी, जहां उत्तराखंड की टीम ने राष्ट्रीय स्तर पर छठवां स्थान प्राप्त किया था। इस बार आयोजन की जिम्मेदारी मिलने से राज्य की टीम से और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।
10 विभागीय समितियों का हुआ गठन
वन विभाग ने खेलों की सुचारू व्यवस्था के लिए विभागीय स्तर पर करीब 10 समितियों का गठन शुरू कर दिया है। इन समितियों में पीसीसीएफ स्तर के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे और हर समिति को अलग-अलग दायित्व सौंपा जाएगा। इसके अलावा, राज्य शासन स्तर पर भी एक उच्च स्तरीय समिति बनाई जाएगी ताकि आयोजन बेहतर समन्वय के साथ संपन्न हो सके।
उत्तराखंड के लिए यह आयोजन एक बड़ी चुनौती जरूर है, लेकिन राहत की बात यह है कि हाल ही में राज्य ने राष्ट्रीय खेलों का सफल आयोजन किया है। इससे वन विभाग को पहले से मौजूद खेल अधोसंरचनाओं और सुविधाओं का उपयोग करने में मदद मिलेगी। आयोजन को सफल बनाने के लिए खेल विभाग से भी समन्वय किया जा रहा है।
20 करोड़ का बजट निर्धारित
आयोजन की भव्यता को देखते हुए वन विभाग ने करीब 20 करोड़ रुपये का बजट तय किया है। इसमें देशभर की वन टीमें और राष्ट्रीय संस्थान भाग लेंगे। आयोजन का उद्देश्य सिर्फ प्रतिस्पर्धा ही नहीं, बल्कि वन विभाग के भीतर सामंजस्य, स्वास्थ्य और टीम भावना को बढ़ावा देना भी होगा।
