- उत्तराखंड से है रोनित का परिवार
- पिथौरागढ़ के गांव से अमेरिका तक पहुंचा टेनिस सितारा
17 साल के रोनित कार्की ने विंबलडन जूनियर टेनिस चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए रनर-अप की ट्रॉफी अपने नाम की। फाइनल में उन्हें बुल्गारिया के इवान इवानोव से 6-2, 6-3 से हार मिली, लेकिन उनकी मेहनत और हौसले की आज सब तारीफ कर रहे हैं।
रोनित अमेरिका के लिए खेलते हैं, लेकिन उनके परिवार की जड़ें भारत के उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले में हैं। उनका पैतृक गांव जाबुका, पांखू ब्लॉक में आता है। उनके दादाजी 1960 के दशक में रोजगार के लिए मुंबई चले गए थे।
रोनित के पिता अच्छे फुटबॉल खिलाड़ी
रोनित के पिता त्रिलोक कार्की खुद भी अच्छे फुटबॉल खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद 2002 में अमेरिका शिफ्ट हो गए। वहीं रोनित और उनकी बहन नाओमी का जन्म हुआ। रोनित की मां कंचन कार्की भी इंजीनियर हैं और कर्नाटक से हैं।
बचपन से ही रोनित और नाओमी दोनों को खेलों में रुचि थी। स्कूल के साथ-साथ उन्होंने लॉन टेनिस खेलना शुरू किया।
पढ़ाई के साथ खेल भी
रोनित दायें हाथ से खेलने वाले प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। अभी रोनित 12वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं और उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ टेनिस को भी जारी रखा है। उन्हें फ्लोरिडा की एक टेनिस अकादमी में प्रोफेशनल ट्रेनिंग मिल रही है। उनके स्कूल ने भी इसमें पूरा सहयोग दिया।
7 जुलाई 2025 तक, रोनित आईटीएफ जूनियर रैंकिंग में 52वें स्थान पर थे। 28 अप्रैल 2025 को उन्होंने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग 49 हासिल की थी।
रोनित ने जनवरी 2025 में अपने साथी जैक सैटरफील्ड के साथ आईटीएफ जूनियर जे300 बैरेंक्विला डबल्स का खिताब जीता। कार्की जून 2025 में रोलैंड गैरो जूनियर चैंपियनशिप के दूसरे दौर में पहुंचे थे।
2023 यूएसटीए विंटर नेशनल्स फॉर बॉयज 18 और 2024 ईस्टर बाउल बॉयज 18 डबल्स में डबल्स में गोल्ड बॉल हासिल की थी।
जूनियर लेवल पर खेलते हुए रोनित ने लेटन हेविट, आंद्रे आगासी, स्टेफी ग्राफ और लिनसे डेवनपोर्ट जैसे मशहूर खिलाड़ियों के बच्चों को हराया। वहीं उनकी बहन नाओमी ने जॉन मैकनरो के भाई पैट्रिक मैकनरो की बेटी को हराया।
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