रीजनल रिपोर्टर

सरोकारों से साक्षात्कार

Translation: अनुवाद से जाना विश्व साहित्य


कितने जानते हैं अनुवादक का परिचय?

Test ad
TEST ad

_ डा अतुल शर्मा

अनुवादक की ज़िम्मेदारी बहुत होती है। बहुत लोगों को अनुवादक का नाम भी नहीं पता होता।
भाषा कोई भी हो, उसका अनुवाद हमें साहित्य से परिचित कराता है। हिन्दी अनुवाद से मैंने जगह- जगह का साहित्य पढ़ा।


शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास श्रीकांत, चरित्र हीन देवदास आदि पढ़कर एक नयी और परिपक्व दुनिया खुल गयी। उस समय पिताजी हमारी निजी लाईब्रेरी के लिए महान लेखकों का समृद्ध साहित्य ले आये थे।


शरत साहित्य के अनुवादक बहुत से लोग थे पर उनमे से एक थे हंस कुमार तिवारी ‌। वे अच्छे कवि भी थे और हमारे पारिवारिक अग्रज भी। महाश्वेता देवी के उपन्यास मास्टर साब का रुपांतर डा रणजीत साहा नेकिया। मार्क ट्वेन के उपन्यास हकबरी फिन का रुपांतर ओंकार शरद के किया है।

अंग्रेजी उपन्यास एनिमल फार्म का और गोर्की के उपन्यास मदर का भी हिन्दी अनुवाद हमने पढ़ा। इग्नाजियो सिलोनी के (इटली) उपन्यास का अनुवाद श्याम सन्यासी ने किया है। लैटिन अमेरिका के लेखक मारियो वार्गास ल्योसा का चर्चित उपन्यास हिन्दी में अनुदित होकर किस्सा गो के नाम से आया। अनुवाद शंका शाह ने किया है।

‌अंग्रेजी लेखक जार्ज ऐर्वेल के प्रसिद्ध उपन्यास 1984 का अनुवाद राधा नाथ चतुर्वेदी ने उन्नीस सौ चौरासी के नाम से छपा। अनुवादक त्रिभुवन नाथ ने जोन रीड के उपन्यास का अनुवाद किया,, दस दिन जब दुनिया हिल उठी।

महान रुसी उपन्यासकार टालस्टाय की कहानियों का अनुवाद डा महेंद्र मित्तल ने किया।

रुसी लेखक फ्योदोर दोस्तोयेव्स्की के चर्चित उपन्यास का हिन्दी अनुवाद हुआ। अपराध और दंड, अनुवाद:मुनीश सक्सेना। मूल उपन्यास क्राइम एंड परिश्मैंट। रुसी से हिन्दी अनुवाद अन्यों के साथ मदन लाल मधु ने किया है।

शिकारी जिम कार्बेट की किताब का हिन्दी अनुवाद प्रकाश थपलियाल ने किया। पाब्लो नेरुदा की कविताओं का अनुवाद प्रभाती नौटियाल ने किया ‌‌।
बहुत से लोगो ने इन या अन्य साहित्य कृतियों का अनुवाद किया है ‌।
लियनार्डो द विंची पर विनोद कुमार मिश्र की पुस्तक मौजूद है। ‌
इसी तरह पिकासो पर लिखी पुस्तक पिकासो की लेखक माधुरी पुरंदरे है और अनुवाद: यदुनाथ चौबे माधुरी पुरंदरे ने किया है ‌। इसी तरह लस्ट फॉर लाइफ : वान गाग का अनुवाद अशोक पांडे ने किया ।


नाटकों मे शेक्सपियर के नाटकों का हिन्दी अनुवाद हुआ। भारत मे विजय तेंदुलकर, बादल सरकार शंकर शेष गिरीश करनाड शामिल हैं।

फिल्मों का भी हिन्दी नाट्य रुपांतर हुआ ‌।
इसी तरह, भारतीय लेखकों जैसे प्रेम चंद आदि का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद हुआ है। रामायण का भी अनुवाद हुआ है।
अनुवाद से हम साहित्य का जान पाये हैं।
यह महत्वपूर्ण है। ये बहुत संक्षिप्त विवरण हैं। ‌‌

Website |  + posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: