शुगर मिल के दो सीनियर अफसर गिरफ्तार
हरिद्वार जिले के झबरेड़ा थाना क्षेत्र में किसानों के नाम पर हुए करोड़ों के फर्जीवाड़े का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। किसानों के नाम पर धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब किसानों के घर लोन अदायगी के नोटिस पहुंचे। इसके बाद पीड़ित किसानों ने डीजीपी के जनता दरबार में इस मुद्दे को उठाया था।
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इकबालपुर चीनी मिल प्रबंधन की ओर से 724 किसानों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर 36.50 करोड़ रुपये का कृषि ऋण लेने के मामले में लक्सर चीनी मिल में गन्ना प्रबंधक पवन ढींगरा और शाकुंभरी चीनी मिल बेहट सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) में एकाउंटेंट उमेश शर्मा को गिरफ्तार किया गया है। दोनों इकबालपुर चीनी मिल में तैनात रह चुके हैं।
करोड़ों की इस धोखाधड़ी में पंजाब नेशनल बैंक इकबालपुर शाखा और शुगर मिल प्रबंधन की मिलीभगत से किसानों और मजदूरों के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर 36 करोड़ 50 लाख रुपए का फसली ऋण लिया गया था।
जांचकर्ता निरीक्षक वेद प्रकाश थपलियाल ने मामले में पांच आरोपियों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किए गए थे। पुलिस अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। इस मामले की विवेचना सीबीसीआइडी कर रही है।
वर्ष 2008 से लेकर 2020 तक इकबालपुर चीनी मिल प्रबंधन ने 724 किसानों के नाम से पंजाब नेशनल बैंक की इकबालपुर शाखा से 36.50 करोड़ रुपये का ऋण लिया था। इसमें कुछ ऐसे भी लोग थे, जिनके नाम पर जमीन ही नहीं थी।
उनके फर्जी दस्तावेज तैयार कर यह ऋण लिया गया था। फसली ऋण जमा नहीं होने पर बैंक की ओर से संबंधित कर्जदारों को नोटिस जारी किए गए तो हड़कंप मच गया था।
किसान नेता पदम भाटी ने सूचना के अधिकार के तहत बैंक से सभी दस्तावेज लिए। इस मामले में तत्कालीन चौकी प्रभारी इकबालपुर मोहन कठैत ने 19 अप्रैल, 2021 को चीनी मिल प्रबंधक और तत्कालीन पीएनबी मैनेजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में इस मामले की विवेचना आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) और सीबीसीआरडी को भेज दी गई।
दो अधिकारी गिरफ्तार
रविवार को झबरेड़ा पुलिस ने मामले में दो आरोपी पवन ढींगरा पुत्र बलदेव राज ढीगरा (तत्कालीन केन मैनेजर शुगर मिल इकबालपुर) वर्तमान में केन मैनेजर लक्सर शुगर मिल में तैनात और उमेश शर्मा पुत्र राधेश्याम शर्मा (तत्कालीन एकाउंट मैनेजर शुगर मिल इकबालपुर) वर्तमान में शाकुम्भरी शुगर मिल बेहट में एकाउंट मैनेजर के पद पर तैनात शख्स को गिरफ्तार किया गया है।
जांच में सामने आया कि घोटाले में दोनों अधिकारियों की संलिप्तता अहम पाई गई है। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। वहीं अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह का कहना है कि दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोप सिद्ध करना न्यायालय का काम है। मामले की जांच सीबीसीआईडी कर रही है इसलिए उनकी तरफ से इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती है। वहीं एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।