मणिपुर में जातीय हिंसा के करीब 21 महीने बाद एन बीरेन सिंह ने कदम उठाया गया है। मणिपुर हिंसा में 250 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।
3 मई, 2023 को राज्य में बहुसंख्यक मैतेई और अल्पसंख्यक कुकी के बीच झड़पों के लगभग दो साल से जारी लंबे संघर्ष के बीच लगातार सीएम से इस्तीफे की मांग की जा रही थी, लेकिन उन्होंने अब तक इस्तीफा नहीं दिया था और कहते रहे कि उनकी सरकार राज्य में शांति कायम करने की कोशिश कर रही है, लेकिन रविवार, 9 फरवरी 2025 को अचानक वह गृह मंत्री अमित शाह से मिले और फिर अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया।
इस्तीफे में मणिपुर सीएम ने क्या कहा
एन. बीरेन सिंह ने अपने इस्तीफे में लिखा कि अब तक मणिपुर के लोगों की सेवा करना सम्मान की बात रही है। मैं केंद्र सरकार का बहुत आभारी हूं। उन्होंने समय पर कार्रवाई की, मदद की और विकास के काम किए।
हर मणिपुरी के हितों की रक्षा के लिए कई परियोजनाएं भी चलाईं। मेरा केंद्र सरकार से अनुरोध है कि वह इसी तरह काम करती रहे।
इस वजह से भड़की थी हिंसा
मणिपुर में मैतेई समुदाय लंबे समय से खुद को एसटी कैटगरी में शामिल किए जाने की मांग कर रहा था और उनकी इस मांग का कुकी समुदाय लंबे समय से विरोध कर रहा था। बता दें कि मणिपुर में मैतेई प्रमुख जातीय समूह है और कुकी सबसे बड़ी जनजातियों में से एक है।
इसी मुद्दे को लेकर विवाद चल रहा था और यह तब बढ़ गया जब मणिपुर में आदिवासी समूहों ने 28 अप्रैल 2023 को मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के चुराचांदपुर दौरे से कुछ दिन पहले बेदखली का विरोध किया था लेकिन बेदखली अभियान शुरू हो गए थे।
कथित रूप से चर्चों को ध्वस्त किया गया था और इसका आदिवासी समुदाय विरोध कर रहा था। इसी के बाद मणिपुर में हिंसक वारदातें शुरू हो गईं थीं।
मंत्रियों और विधायकों के घरों पर हमला
प्रदर्शनकारियों ने मंत्रियों और विधायकों के घरों पर हमला किया। सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इससे हिंसा और बढ़ गई। केंद्र सरकार ने और सुरक्षाबल भेजे।
आर्म्ड फोर्सेज (स्पेशल पावर्स) एक्ट फिर से लागू कर दिया गया। यह अशांति पिछले साल ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के बाद शुरू हुई। बताया जाता है कि मैतेई समुदाय अनुसूचित जनजाति का दर्जा चाहता था। इस मांग के कारण मैतेई, कुकी और नागा समूहों के बीच हिंसक झड़पें हुईं।
बीरेन सिंह की जगह अगला मुख्यमंत्री
बीरेन सिंह का इस्तीफा भले ही स्वीकार कर लिया गया हो। लेकिन वो वैकल्पिक व्यवस्था होने तक वह पद पर बने रहें रहेंगे। बीरेन सिंह के इस्तीफ के बाद अब इस बात की चर्चा तेज होने लगी है कि राज्य का अगला सीएम कौन होगा? हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बीजेपी नया मुख्यमंत्री नियुक्त करेगी या नहीं।
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