लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म के लिए चुनी गई FTII के स्टूडेंट्स की बनाई फिल्म
97वें अकादमी अवॉर्ड्स (ऑस्कर) के लिए भारत की ओर से के लिए फिल्म ‘लापता लेडीज़’ को भेजा गया है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने किरण राव के निर्देशन में बनी फिल्म ‘लापता लेडीज़’ को ऑस्कर 2025 में भारत की आधिकारिक एंट्री के रूप में चुना गया।
असमिया निर्देशक जाह्नु बरुआ की अध्यक्षता वाली 13 सदस्यीय चयन समिति ने सर्वसम्मति से ‘लापता लेडीज़’ को ऑस्कर 2025 के लिए भेजने का निर्णय लिया।
अकादमी अवॉर्ड्स (ऑस्कर) के तहत दुनिया भर की बेहतरीन फिल्मों को विभिन्न श्रेणियों के तहत सम्मानित किया जाता है, जिसमें सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म भी शामिल होती है। यह एक बेहद प्रतिष्ठित सम्मान है और विभिन्न देश अपनी सर्वश्रेष्ठ फिल्में भेजते हैं, ताकि इस अवॉर्ड के लिए नामांकन हासिल कर सकें।
इसी कड़ी में भारत की ओर से भी 97वें अकादमी अवॉर्ड्स के लिए फिल्म ‘लापता लेडीज़’ को भेजा गया है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने घोषणा की, कि किरण राव के निर्देशन में बनी फिल्म लापता लेडीज़ को ऑस्कर 2025 में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि होगी। यह फिल्म 29 विभिन्न भाषाओं में बनी फिल्मों की सूची में से चुनी गई।
फिल्म ‘लापता लेडीज़’ ने रणबीर कपूर की “एनिमल”, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म आट्टम, कान्स फिल्म फेस्टिवल में सम्मानित ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट, और प्रभास-दीपिका पादुकोण की ब्लॉकबस्टर फिल्म काल्की 2898 एडी जैसी फिल्मों को पीछे छोड़कर भारत की ऑफिसियल एंट्री बनी।
इसके अलावा कई और हिंदी फिल्में भी ऑस्कर एंट्री की दौड़ में थीं, जिनमें अजय देवगन की मैदान, कार्तिक आर्यन की चंदू चैंपियन, यामी गौतम की आर्टिकल 370, और रणदीप हुड्डा की स्वातंत्र्य वीर सावरकर शामिल थीं। तमिल फिल्म इंडस्ट्री से विजय सेतुपति और अनुराग बासु की महाराजा, इसके साथ थंगालान, वाझाई, कोट्टुक्कली, जामा, और जिगरथंडा 2 भी ऑस्कर एंट्री की दौड़ में थीं।
सनफ्लॉवर्स वर द फर्स्ट वंस टू नो: लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म कैटेगरी में चयन
अब शॉर्ट फिल्म ‘सनफ्लॉवर्स वर द फर्स्ट वंस टू नो’ ऑस्कर 2025 के लिए जा रही है। ‘सनफ्लॉवर्स वर द फर्स्ट वंस टू नो’ ने बीते कांस फिल्म फेस्टिवल 2024 में अपनी जीत का परचम लहराया था। अब कन्नड़ शॉर्ट फिल्म ‘सनफ्लॉवर्स वर द फर्स्ट वंस टू नो’ ने ऑस्कर 2025 के लिए क्लालीफाई कर लिया है।
‘सनफ्लॉवर्स वर द फर्स्ट वंस टू नो’ ने ऑस्कर 2025 में ‘लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म कैटेगरी’ में क्वलीफाई कर लिया है। इसका निर्माण फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने किया है।
बीती 4 नंवबर को FTII ने सोशल मीडिया पर आकर दर्शकों को यह गुडन्यूज दी है। FTII ने अपने पोस्ट में लिखा है, ‘सनफ्लॉवर्स वर द फर्स्ट वंस टू नो’ को ऑफिशियली तौर पर लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म कैटेगरी में 2025 ऑस्कर के लिए चुना गया है।
बता दें, फिल्म ‘सनफ्लॉवर्स वर द फर्स्ट वंस टू नो’ की कहानी बेहद मार्मिक है और यह एक बुजुर्ग महिला पर बेस्ड है, जो एक मुर्गे को चुरा लाती है।
कान्स 2024 में लहरा चुकी परचम
इससे पहले ‘सनफ्लॉवर्स वर द फर्स्ट वंस टू नो’ ने मौजूदा साल में कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024 में ‘लॉ सिनेफ अवार्ड’ अपने नाम किया था। बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में जीत के बाद कान्स में फिल्म ने परचम लहराया था।
‘सनफ्लॉवर्स वर द फर्स्ट वंस टू नो’ के निर्देशक चिदानंद एस नायक हैं और कैमरामैन सूरज ठाकुर जबकि मनोज वी ने फिल्म की एडिटिंग का काम किया है। फिल्म में अभिषेक कदम का म्यूजिक है।
ऑस्कर की शुरुआत
साल 1927 में एमजीएम स्टूडियो के हेड लुइस बी मेयर और अन्य लोगों ने मिलकर फिल्म इंडस्ट्री को फायदा पहुंचाने के लिए एक संगठन बनाने पर विचार किया। इसके बाद जनवरी 1927 में लॉस एंजिल्स के एंबेसेडर होटल में एक डिनर पार्टी का आयोजन किया गया। इस डिनर पार्टी में कुल 36 लोगों ने हिस्सा लिया, जहां संगठन बनाने के प्रस्ताव पर बातचीत हुई।
डिनर पार्टी में सभी लोगों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। फिर मार्च में डगलस फेयरबैंक्स की अध्यक्षता में उस संगठन के पदाधिकारी चुने गए। इसके बाद मई में इस अकादमी को राज्य ने एक एनजीओ के तौर पर अनुमति दी। इस संगठन में सबसे पहले एक्टर, डायरेक्टर, राइटर और टेक्नीशियन्स की ब्रांच बनाई गई।
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