- एक सप्ताह में पद सृजन और नोडल अधिकारी करें नामित
मुख्य सचिव आनन्द बर्धन की अध्यक्षता में गुरुवार, 17 अप्रैल को सचिवालय में कुंभ 2027 की तैयारियों के संबन्ध में बैठक आयोजित की गई थी।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को कुंभ 2027 की तैयारियों के लिए सभी संबन्धित विभागों योजना व प्रस्ताव तैयार किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलाधिकारी हरिद्वार को संबन्धित विभागों के साथ शीघ्र बैठक आयोजित किए जाने की के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि अगले सात दिनों में सभी कार्यदायी विभागों के नोडल अधिकारी नामित कर लिए जाएं। साथ ही, पदों के सृजन की कार्यवाही भी पूर्ण कर ली जाए। उन्होंने 30 अप्रैल तक प्रस्ताव एवं आंकलन तैयार कर भारत सरकार को भेजे जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कुंभ 2027 के अंतर्गत शाही स्नान वाले विशेष दिवसों पर श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या का आंकलन करते हुए कार्य योजना तैयार किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने इसके अनुरूप श्रद्धालुओं संख्या का आंकलन करते हुए पार्किंग एवं ट्रैफिक मूवमेंट योजना तैयार किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने इसके लिए विशेषज्ञों द्वारा आंकलन कराए जाने के उपरांत योजनाएं तैयार कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने नए पार्किंग स्थल चिह्नित किए जाने के साथ ही पुराने पार्किंग स्थलों की क्षमता बढ़ाए जाने के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव नीतेश झा, राधिका झा, डॉ.पंकज कुमार पाण्डेय, विनय शंकर पाण्डेय, आर.राजेश कुमार, जिलाधिकारी हरिद्वार कर्मेद्र सिंह, जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान, जिलाधिकारी टिहरी मयूर दीक्षित समेत विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ऑडिटोरियम और सांस्कृतिक केंद्र बनाए जाने के निर्देश
मुख्य सचिव ने हरिद्वार कुंभ मेला, कांवड़ यात्रा एवं अन्य धार्मिक आयोजन स्थलों को लेकर कहा कि, इन आयोजन स्थलों के लिए मूलभूत ढांचों को मजबूत किए जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि दीर्घकालीन योजना के अंतर्गत स्थाई प्रति के कार्यों को ध्यान में रखा जाए इसके साथ ही हरिद्वार क्षेत्र में ऑडिटोरियम और सांस्कृतिक केंद्र बनाए जाने के भी निर्देश दिए
उन्होंने अधिकारियों को कुंभ क्षेत्र सहित अन्य उपयोगी स्थानों का स्थलीय निरीक्षण कर कार्य योजनाएं तैयार किए जाने के निर्देश दिए।