सभी यात्री सुरक्षित, बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर में फिर दिखी तकनीकी समस्या
एयर इंडिया की फ्लाइट AI-315 को सोमवार सुबह तकनीकी खराबी के कारण उड़ान के बीच रास्ते से ही वापस हॉन्गकॉन्ग लौटाया गया।
यह विमान हॉन्गकॉन्ग से दिल्ली के लिए रवाना हुआ था, लेकिन उड़ान के लगभग 90 मिनट बाद उसमें तकनीकी खामी पाई गई। पायलट ने सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विमान को वहीं ले जाने का फैसला किया जहां से उसने उड़ान भरी थी।
एयर इंडिया के इस विमान ने सुबह हॉन्गकॉन्ग से उड़ान भरी थी। उड़ान की शुरुआत सामान्य रही, लेकिन कुछ समय बाद पायलट को तकनीकी गड़बड़ी का अंदेशा हुआ।
पायलट ने सतर्कता दिखाते हुए विमान को तुरंत हॉन्गकॉन्ग एयरपोर्ट की ओर मोड़ दिया, जहां उसकी सुरक्षित आपातकालीन लैंडिंग कराई गई। इस दौरान सभी यात्रियों और क्रू सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
इस फ्लाइट में इस्तेमाल किया गया विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था — वही मॉडल जिसका नाम हाल के दिनों में तकनीकी गड़बड़ियों के कारण कई बार सामने आ चुका है।
हाल ही में अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की एक फ्लाइट इसी मॉडल की थी, जो टेक-ऑफ के कुछ समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। उस हादसे में 279 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें 5 एमबीबीएस छात्र भी शामिल थे।
ऑनलाइन ट्रैकिंग सेवा Flightradar24 के आंकड़ों के अनुसार, AI-315 ने उड़ान भरने के करीब 90 मिनट बाद हॉन्गकॉन्ग लौटने का फैसला लिया।
एयर इंडिया ने अभी तक इस तकनीकी खराबी को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है और न ही यह स्पष्ट किया गया है कि फ्लाइट को कब दोबारा शेड्यूल किया जाएगा।
यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया गया, लेकिन लगातार सामने आ रही ऐसी घटनाओं ने एयर इंडिया और बोइंग दोनों की तकनीकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
