झारखंड की रहने वाली थी पीजी स्टूडेंट
उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल में एक मेडिकल पीजी छात्रा द्वारा हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या करने की दुखद खबर सामने आई है। यह घटना श्रीकोट क्षेत्र के एक मेडिकल छात्रावास की है, जहां एनाटॉमी विभाग में प्रथम वर्ष की पीजी छात्रा मृत अवस्था में पाई गई। छात्रा मूल रूप से झारखंड की रहने वाली थी।
विस्तार
जानकारी के अनुसार, छात्रा सोमवार, 21 जुलाई को आयोजित सेमिनार में अनुपस्थित रही, जिससे विभाग के शिक्षकों को संदेह हुआ। उन्होंने इस बारे में चिकित्सा अधीक्षक को सूचित किया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ.राकेश रावत ने छात्रावास के केयरटेकर को छात्रा की स्थिति जानने के लिए कहा।
दोपहर करीब 1 बजे जब केयरटेकर छात्रा के कमरे पर पहुँचा तो कमरा अंदर से बंद मिला। कई बार दरवाजा खटखटाने के बावजूद जवाब न मिलने पर तुरंत स्थिति की जानकारी चिकित्सा अधीक्षक को दी गई।
सूचना मिलने पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश रावत और एनाटॉमी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल द्विवेदी स्वयं मौके पर पहुँचे। छात्रा का कमरा अब भी अंदर से बंद था। इसके बाद मामला श्रीकोट पुलिस चौकी को सौंपा गया।
पुलिस टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई। छात्रा मृत पाई गई।
चिकित्सा अधीक्षक और मौजूद डॉक्टरों ने छात्रा की जांच की, जिसमें मौत की पुष्टि हो गई। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
प्रारंभिक जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। हालांकि, अभी तक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
पुलिस कर रही गहराई से जांच
पुलिस का कहना है कि छात्रा झारखंड की मूल निवासी थी और श्रीनगर स्थित मेडिकल कॉलेज में पीजी कर रही थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच गहराई से की जा रही है। पुलिस कॉलेज प्रशासन और छात्रा के साथ पढ़ने वाले अन्य विद्यार्थियों से भी पूछताछ कर रही है।

Leave a Reply