श्रीनगर नगर के आवास विकास मैदान में 7 अक्टूबर से आयोजित होने वाले सहकारिता मेले को लेकर स्थानीय व्यापारियों ने विरोध जताया है।
व्यापारियों का कहना है कि मेले में केवल वह सामान लगाया जाए, जिससे स्थानीय व्यापारियों को आर्थिक नुकसान न हो।
उन्होंने यह भी चिंता जताई कि 4 नवंबर से नगर में बैकुंठ चतुर्दशी मेला भी आयोजित होने वाला है। ऐसे में सहकारिता मेला इसके ठीक पहले लगने से व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
व्यापारियों ने भेजा ज्ञापन
इस मामले में व्यापार सभा श्रीनगर ने कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में व्यापार सभा के अध्यक्ष दिनेश असवाल, महामंत्री अमित बिष्ट, कोषाध्यक्ष वासुदेव कंडारी ने यह सुझाव दिया कि सहकारिता मेले में केवल ग्रामीण क्षेत्रों से निर्मित सहकारी उत्पाद जैसे कताई, बुनाई और ग्रामीण महिलाओं द्वारा बनाई गई खाद्य सामग्री ही प्रदर्शित और बिक्री के लिए रखी जाए।
अध्यक्ष असवाल ने कहा, “व्यापारियों के हित सर्वोपरि हैं। हमें उम्मीद है कि सहकारी उत्पादों के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ स्थानीय व्यापार भी सुरक्षित रहेगा।”
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