एक सप्ताह में दूसरी घटना से दहशत
उत्तरकाशी जिले में मानव–वन्यजीव संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। औंगी में हाल ही की घटना के बाद अब हीना गांव में भालू के हमले से बचने के दौरान एक महिला की मौत होने से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई है।
एक सप्ताह के भीतर भालू से जुड़ी यह दूसरी मौत है।
ग्रामीणों के अनुसार हीना गांव निवासी अंबिका (27), पत्नी अंकित असवाल, गुरुवार को अन्य महिलाओं के साथ जंगल में घास लेने गई थीं। इसी दौरान झाड़ियों में छिपे भालू ने अचानक हमला कर दिया।
भालू को देखकर महिलाएँ घबराकर भागने लगीं। अंबिका भी जान बचाने के लिए दौड़ीं, लेकिन घबराहट में उनका पैर फिसल गया और वे पहाड़ी से नीचे गिर गईं। मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
अन्य महिलाओं ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई और गांव पहुंचकर घटना की जानकारी दी।
गांव के विजयपाल मखलोगा ने बताया कि सूचना मिलने पर ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुँचे और अंबिका के शव को गांव लाए।
बाद में पुलिस और वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
वन विभाग पर कार्रवाई न करने का आरोप
गांव के लोगों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में भालू लगातार देखा जा रहा है, लेकिन वन विभाग द्वारा न कोई पिंजरा लगाया गया, न पेट्रोलिंग बढ़ाई गई।
सप्ताहभर पहले भी इसी क्षेत्र में एक महिला भालू के डर से भागते हुए खाई में गिरकर जान गंवा चुकी है। दो घटनाओं के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश और भय का माहौल है।












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