नीतीश कुमार की कुर्सी लगभग पक्की, मंत्री बंटवारे में भाजपा-जदयू में टकराव
बिहार में 2025 की विधानसभा चुनाव की जीत के बाद एनडीए सरकार 20 नवंबर को शपथ लेने जा रही है।
शनिवार को दिल्ली में हुई बैठक के बाद संकेत मिल रहे हैं कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने रहने वाले हैं। वहीं, भाजपा-जदयू के बीच गृह मंत्रालय और स्पीकर पद को लेकर सियासी जंग जारी है।
शपथ-ग्रहण समारोह की तारीख तय, मंच तैयार
राज्य में नई सरकार की शपथग्रहण प्रक्रिया 20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में आयोजित की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केंद्रीय मंत्री इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
सरकार गठन की रफ़्तार इस प्रकार दिख रही है कि 19 नवंबर को इस्तीफे एवं विधायकों की बैठक होगी और अगले दिन विधायकों के फरमान के बाद नए मंत्रिमंडल की घोषणा की जा सकती है।
मंत्री बंटवारे को लेकर भाजपा-जदयू में खींच-तान
मंत्रियों के बंटवारे को लेकर जदयू और भाजपा के बीच असमंजस साफ दिख रहा है। सबसे बड़ी टकराव गृह मंत्रालय को लेकर है जदयू इसे अपने पास रखना चाहती है और भाजपा इसे अपने हाथ में लेने की कोशिश में है।
साथ ही स्पीकर के पद को लेकर भी दोनों दलों ने दावेदारी जताई थी, लेकिन सूत्रों का कहना है कि इस पर सहमति बन गई है।
मंत्रिमंडल के आकार और सीट बंटवारे का फॉर्मूला फाइनल
दिल्ली में भाजपा और जदयू के शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद मंत्रिमंडल के आकार और सीट बंटवारे का प्रारूप लगभग तय हो गया है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा को लगभग 15-16 मंत्री पद मिलने की संभावना है, जबकि जदयू को 14 मंत्री मिल सकते हैं। छोटे सहयोगी दलों जैसे लोजपा-रामविलास, हम तथा रालोमो को-बरहनीय हिस्सेदारी के दायरे में रखे गए हैं।
कुर्सी पूरी तरह सुरक्षित होने का संकेत
नीतीश कुमार की फिर से मुख्यमंत्री बनने की दिशा में बल मिला है। जदयू और भाजपा दोनों शानदार स्थिति में हैं और इस बार सरकार गठन में कोई बड़ा उलट-फेर की संभावना कम ही नजर आ रही है।
भाजपा-जदयू की साझा बैठक 19 नवंबर को होगी, जिसमें विधायक दलों द्वारा नेता चुनने की प्रक्रिया पूरी होगी।











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