फरासू हनुमान मंदिर के पास श्रीनगर बांध परियोजना की झील से सटे ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग का करीब 200 मीटर हिस्सा पानी के कटाव के कारण ध्वस्त हो गया है। हालांकि एनएच पर वाहनों की आवाजाही सुचारू है, लेकिन यहां पर मार्ग संकरा होने से यात्रियों को लंबे जाम का झाम भुगतना पड़ रहा है।
यदि सुरक्षा के समय पर ठोस उपाय नहीं हुए तो एनएच को और अधिक नुकसान पहुंचने की संभावनाएं हैं। बीते दो दिनों में राष्ट्रीय राजमार्ग के कटाव की गति लगातार बढ़ी है, जो बड़े खतरे के संकेत हैं।
ट्रीटमेंट के लिए फाइल जाएगी मंत्रालय
एनएच की सहायक अभियंता गर्विता पांडेय ने बताया कि, टूटे हुए हिस्से के लिए वर्तमान में अभी कुछ नहीं किया जा सकता। इसके ट्रीटमेंट के लिए मंत्रालय को फाइल भेजी जा रही है। बजट स्वीकृत होते ही ट्रीटमेंट शुरू कर दिया जाएगा।