श्रद्धा भक्ति भाव की अदभुत परंपरा भीम पाश्ववा चावलों से जो की हरियाली बनाते है।
पांडवों की कोंच पर्वत यात्रा के पश्चात 5 दिसम्बर से पांडव लीला का मंचन किया जायेगा।
गौचर के निकटवर्ती क्षेत्र जनपद रुद्रप्रयाग के थपलगांव में पांडव लीला का आयोजन किया जा रहा है। लीला का शुभारंभ 18 नवम्बर से शुरू हो गया है।
गांव निवासी गजेंद्र सिंह बर्तवाल ने बताया कि पांडवों के कोंच पर्वत यात्रा के पश्चात पांच दिसम्बर से गांव में पांडव लीला का मंचन शुरू किया जाना है व लीला 20 दिसम्बर को संपन्न होगी।
उन्होंने ने बताया कि लीला में बाण व वस्त्रो की पूजा, कल्प वृक्ष मेरूडाली, गैंडा कौथीग,पया पाती, चक्रव्यूह, कमलव्यू, पांडवों की स्वर्गा रोहिणी आदि का मंचन किया जाना है। उन्होंने ने बताया कि 500 वर्षों से गांव में भव्य व दिव्य पांडव नृत्य की परम्परा रही है। इस मौके पर संदीप नेगी अन्य गांव वासी मौजूद थे।