- शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा फिलहाल स्थगित
- लिक्विड ऑक्सीजन लीक के चलते फाल्कन-9 का प्रक्षेपण टला, नई तारीख जल्द घोषित होगी
भारत समेत तीन देशों के लिए ऐतिहासिक बनने जा रहा ‘एक्सिओम-4 मिशन’ तकनीकी खामी के चलते एक बार फिर स्थगित कर दिया गया है। इस बहुप्रतीक्षित अंतरिक्ष मिशन में भारत के उत्तर प्रदेश निवासी वैज्ञानिक शुभांशु शुक्ला, हंगरी के टिबोर कपू, पोलैंड के स्लावोज उज्नान्सकी विस्नीव्स्की, और मिशन कमांडर पैगी व्हिटसन शामिल हैं। इन्हें अमेरिकी निजी अंतरिक्ष कंपनी स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) भेजा जाना था।
क्यों टला मिशन
स्पेसएक्स ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर घोषणा की कि ‘फाल्कन-9’ रॉकेट के “पोस्ट-स्टेटिक फायर” परीक्षण के दौरान इसके बूस्टर सेक्शन में लिक्विड ऑक्सीजन (LOX) के रिसाव का पता चला। LOX रॉकेट ईंधन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका रिसाव उड़ान की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है।
‘हॉट टेस्ट’ में सामने आई समस्या: इसरो अध्यक्ष की पुष्टि
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष वी. नारायणन ने पुष्टि की कि लॉन्च पैड पर 7-सेकंड के ‘हॉट टेस्ट’ के दौरान रॉकेट के प्रणोदन भाग में रिसाव पाया गया। ISRO की टीम ने स्पेसएक्स और एक्सिओम स्पेस के विशेषज्ञों के साथ मिलकर निर्णय लिया कि रिसाव की मरम्मत के बाद ही लॉन्च को स्वीकृति दी जाएगी।
भारत के लिए क्यों है खास एक्सिओम-4 मिशन
इस मिशन के माध्यम से भारत का पहला निजी नागरिक, शुभांशु शुक्ला, अंतरिक्ष में जाने वाला था। यह भारत के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी भागीदारी की दिशा में मील का पत्थर माना जा रहा है।
शुभांशु शुक्ला एक एयरोस्पेस इंजीनियर और वैज्ञानिक हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चुना गया था।
उन्होंने नासा और इसरो दोनों से अंतरिक्ष मिशन से संबंधित कठोर प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
यह मिशन भारत के अंतरिक्ष विज्ञान को वैश्विक मंच पर सशक्त करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
अब तक तीन बार स्थगित हो चुका है प्रक्षेपण
प्रस्तावित तिथि स्थगन का कारण
- 29 मई 2025 मिशन पुनरीक्षण
- 08 जून 2025 तकनीकी कारण
- 10 जून 2025 खराब मौसम
- 11 जून 2025 LOX रिसाव के कारण स्थगित
स्पेसएक्स ने कहा है कि लीक की मरम्मत पूरी होने के बाद नई लॉन्च तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी।
