मंगलवार को वर्ष 2024 के आखिरी दिन मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने माफी मांगी। उन्होंने कहा, ‘राज्य में जो कुछ हुआ, उसके लिए मैं खेद व्यक्त करना चाहता हूं। कई लोगों ने अपने प्रियजन को खो दिया और कई लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा।
मुझे खेद है और मैं माफी मांगना चाहता हूं। लेकिन पिछले तीन से चार महीनों में अपेक्षाकृत शांति देखने के बाद मुझे उम्मीद है कि आने वाले वर्ष में सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी।
राज्य में पिछले छह सौ दिन से ज्यादा समय से चल रही जातीय हिंसा में सैकड़ों बेकसूर लोगों के मारे जाने, हजारों लोगों के घायल होने और बड़ी संख्या में लोगों के विस्थापित होने की घटनाओं के लिए मुख्यमंत्री ने माफी मांगी है।
गौरतलब है कि मणिपुर में मई 2023 से कुकी और मैती समुदाय के बीच हिंसा चल रही है। पूरा प्रदेश जातीय आधार पर बंट गया है और लोग एक दूसरे को मार रहे हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री की आलोचना होती रही है और उन्हें हटाने की भी चर्चाएं चलती रहती हैं। लेकिन भाजपा आलकमान उनको हटा नहीं सका।
उन्होंने कहा, ‘जो कुछ भी हुआ, सो हुआ। मैं सभी समुदायों से अपील करना चाहता हूं कि वे पिछली गलतियों को माफ करें और भूल जाएं तथा शांतिपूर्ण व समृद्ध मणिपुर में एक साथ रहकर नए सिरे से जीवन शुरू करें।
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि, मई 2023 में जातीय संघर्ष शुरू हुआ था, लेकिन पिछले कुछ महीनों में राज्य में गोलीबारी की घटनाओं में कमी आई है। उन्होंने कहा, ‘मई से अक्टूबर 2023 तक गोलीबारी की 408 घटनाएं, नवंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक 345 और मई 2024 से अब तक गोलीबारी की 112 घटनाएं हुईं।’
सिंह ने कहा कि लूटे गए हथियारों में से 3,112 बरामद कर लिये गये हैं, जबकि 2,511 विस्फोटक जब्त किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक 625 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 12,047 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं
कुकी समुदाय की महिलाओं के साथ सुरक्षा बलों की झड़प
मणिपुर के कांगपोकपी जिले में कुकी-जो समुदाय की महिलाओं की मंगलवार को सुरक्षा बलों के साथ झड़प हो गयी, जिससे जातीय संघर्ष से प्रभावित इस राज्य में फिर से तनाव बढ़ गया।
पुलिस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि यह घटना थम्नापोकपी के पास उयोकंचिग में उस समय हुई, जब भीड़ ने सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की संयुक्त टीम की तैनाती को ‘बाधित’ करने की कोशिश की।
पुलिस के मुताबिक, संयुक्त बलों ने ‘न्यूनतम बल प्रयोग’ के साथ भीड़ को ‘तितर-बितर’ कर दिया और अब हालात ‘शांतिपूर्ण और नियंत्रण में’ है।