हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक कुलपति सचिवालय में आयोजित की गई।
बैठक में हाल ही में 11 नवंबर को हुए छात्र विरोध प्रदर्शन की समीक्षा की गई। कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश ने सभी अधिकारियों और शिक्षकों से घटना का विस्तृत ब्यौरा मांगा और इस प्रकार की घटनाओं को विश्वविद्यालय की गरिमा के प्रतिकूल बताया।
कुलपति ने की अनुशासन की अपील
बैठक में कुलपति ने कहा कि “इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन किसी भी शिक्षण संस्थान के लिए उचित नहीं हैं। छात्रों को अपनी मांगें उपयुक्त माध्यमों से और अनुशासित ढंग से प्रस्तुत करनी चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन सदैव संवाद के लिए तत्पर है और छात्रों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
छात्रसंघ ने रखीं अपनी मांगें
बैठक में छात्रसंघ अध्यक्ष महिपाल बिष्ट और महासचिव अनुरोध पुरोहित ने कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं। इनमें प्रमुख रूप से —
- दीक्षांत समारोह में डिग्री वितरण,
- गढ़वाली वेशभूषा और संस्कृति को बढ़ावा देना,
- नए रीडिंग रूम का निर्माण,
- तथा शुल्क से संबंधित मुद्दे शामिल थे।
कुलपति ने इन सभी मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और कहा कि इन पर विश्वविद्यालय स्तर पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
कुलसचिव प्रो. राकेश डोडी ने छात्रों द्वारा सौंपे गए मांग पत्र की सभी बिंदुओं को बैठक में विस्तार से प्रस्तुत किया। इन पर उपस्थित सदस्यों ने विस्तृत चर्चा की और विभिन्न सुझाव रखे।
बैठक में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. ओ. पी. गुसाईं, मुख्य नियंता प्रो. एस. सी. सती, संकायाध्यक्ष (नियुक्ति एवं प्रोन्नति) प्रो. मोहन पंवार, मुख्य छात्र सलाहकार प्रो. एम. एम. सेमवाल, संकायाध्यक्ष प्रो. एम. एम. एस. रौथाण, प्रो. मंजुला राणा, प्रो. हरभजन चौहान, प्रो. राजेंद्र नेगी, प्रो. वाई. एस. फर्स्वाण, प्रो. गुड्डी बिष्ट समेत सभी संकायाध्यक्ष, प्रकोष्ठों के अध्यक्ष, अधिकारी,विभागाध्यक्ष आदि उपस्थित रहे।













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