नेपाल में भयानक बारिश और बाढ़ से हालात बहुत खराब हो गए हैं। बाढ़ से मरने वालों की संख्या करीब 200 तक पहुंच गई है। वहीं 30 से ज्यादा लोग लापता हैं। इस बाढ़ से भारत में बिहार में कई इलाकों में पानी भर गया है। राहत बचाव कार्य के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
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नेपाल में बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या सोमवार, 30 सितम्बर को बढ़कर लगभग 200 हो गई जबकि कम से कम 30 लोग अब भी लापता हैं। पिछले शुक्रवार, 27 सितम्बर से लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ आई और जगह जगह भूस्खलन हुआ, जिससे हिमालयी राष्ट्र में तबाही मच गई।
वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से एशिया भर में बारिश की मात्रा और समय में बदलाव हो रहा है, लेकिन बाढ़ के बढ़ते प्रभाव का एक प्रमुख कारण पर्यावरण है, जिसमें अनियोजित निर्माण भी शामिल है। विशेष रूप से बाढ़ के मैदानों में, जिसके कारण जल-धारण और जल निकासी के लिए अपर्याप्त क्षेत्र बचता है।
नेपाल पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश, बाढ़, भूस्खलन और पानी भर जाने की वजह से कम से कम 192 लोग मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि इस आपदा में देश भर में 194 अन्य लोग घायल भी हुए हैं, जबकि 30 अन्य लापता हैं।
पिछले शुक्रवार से लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ आई और जगह जगह भूस्खलन हुआ, जिससे हिमालयी राष्ट्र में तबाही मच गई। नेपाल पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश, बाढ़, भूस्खलन और पानी भर जाने की वजह से कम से कम 192 लोग मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि इस आपदा में देश भर में 194 अन्य लोग घायल भी हुए हैं, जबकि 30 अन्य लापता हैं।
नेपाल में बाढ़ से सड़कें बर्बाद
जानकारी के मुताबिक, प्राकृतिक आपदा के बाद काठमांडू में सैकड़ों लोग भोजन, सुरक्षित पेयजल और गंदगी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। भूस्खलन के चलते प्रमुख राजमार्गों के अवरुद्ध होने के कारण देश के अन्य जिलों और भारत से सब्जियों की आवक अस्थायी रूप से बाधित हुई है जिससे बाजार में कीमतें भी बढ़ गई हैं।
नेपाल की बाढ़ का असर बिहार में भी देखने को मिल रहा है। बिहार में गंगा, कोसी, गंडक, समेत कई नदियां उफान पर हैं, जिसकी वजह से बिहार के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। कोसी नदी के बीरपुर बैराज के सभी 56 और गंडक नदी के वाल्मीकिनगर बैराज के सभी 36 फाटक खोल दिए गए हैं। बाढ़ के खतरे को देखते हुए उत्तर, दक्षिण और मध्य बिहार में अलर्ट जारी किया गया है। नदी किनारे और निचले इलाके से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है राज्य के 26 जिलों में 30 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।