शादी के 12 दिन बाद लापता हुआ नवविवाहित जोड़ा
राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई 2025 को इंदौर में हुई थी। शादी के कुछ ही दिन बाद दोनों हनीमून पर मेघालय रवाना हुए। 20 मई को यह नवविवाहित जोड़ा गुवाहाटी होते हुए मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स जिले में पहुँचा। लेकिन 23 मई को दोनों अचानक लापता हो गए।
खाई में मिली राजा की लाश, सोनम गायब
2 जून को राजा रघुवंशी का शव चेरापूंजी के पास एक गहरी खाई में मिला। शव पर धारदार हथियार के कई वार के निशान थे और हड्डियाँ टूटी हुई थीं। शव की पहचान राजा के कपड़ों और दस्तावेजों से की गई। घटनास्थल से हत्या में इस्तेमाल हुआ हथियार भी बरामद हुआ।
गाजीपुर से सोनम की गिरफ्तारी
17 दिन बाद, उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में सोनम रघुवंशी एक ढाबे पर बदहवास हालत में मिली। पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में प्राथमिक जांच के बाद वन स्टॉप सेंटर भेज दिया। सोनम अब तक कुछ भी बताने से इनकार कर रही है।
कौन है राज कुशवाहा?
रिपोर्ट के अनुसार, सोनम के पिता की एक प्लाईवुड फैक्ट्री है। उसी फैक्ट्री में राज कुशवाहा नाम का युवक काम करता था। वह सोनम से उम्र में पाँच साल छोटा है। दोनों के बीच प्रेम संबंध थे, जो शादी के बाद भी जारी रहे। पुलिस के मुताबिक, सोनम और राज ने मिलकर राजा को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, हत्या की योजना इंदौर में तैयार की गई थी। इसके बाद आरोपियों को मेघालय बुलाया गया। टूर गाइड ने पुष्टि की है कि राजा और सोनम के साथ 3 अन्य पुरुष पर्यटक भी थे। ये तीनों हिंदी में बात कर रहे थे।
गिरफ्तार हुए तीन आरोपी, सोनम भी शामिल
पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है:
- राज कुशवाहा (मुख्य साजिशकर्ता, सोनम का प्रेमी)
- विशाल चौहान
- आकाश राजपूत
- सोनम रघुवंशी (पत्नी और साजिशकर्ता)
इनमें से दो को उत्तर प्रदेश और एक को मध्यप्रदेश के ललितपुर से पकड़ा गया है। सोनम ने गाजीपुर में पुलिस के सामने सरेंडर किया।
DGP और सरकार का बयान
मेघालय के DGP आई. नोंगरांग ने बताया कि पत्नी सोनम ने शादी के कुछ ही दिनों बाद पति की हत्या की साजिश रची और तीन हत्यारों को किराए पर रखा। उन्होंने कहा, “पत्नी ने प्लानिंग की, आरोपियों को बुलाया, और हनीमून के दौरान पति की हत्या करवाई।”
परिवार की सीबीआई जांच की मांग
इस बीच, राजा रघुवंशी के भाई विपुल रघुवंशी ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री को सीबीआई जांच की मांग करते हुए एक पत्र लिखा है और इसे आयुक्त कार्यालय में जमा कर दिया है। हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री हमारा समर्थन करें और मामले की सीबीआई जांच कराई जाए। इससे राजा को न्याय मिल सकता है। मेघालय पुलिस जिस तरह से इस मामले पर काम कर रही है, उससे राजा को न्याय नहीं मिल पाएगा।