रीजनल रिपोर्टर ब्यूरो
श्रीनगर में शनिवार से शुरू हुए बैकुंठ चतुर्दशी मेला एवं विकास प्रदर्शनी का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किए जाने की योजना थी, लेकिन कार्यक्रम से ठीक दो दिन पूर्व उनका यह कार्यक्रम स्थगित हो गया। https://regionalreporter.in/gadhwal-vivi-ki-boxer/ बताया गया कि उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में मजदूरों के फंसे होने के कारण वे श्रीनगर नहीं आ सके। आनन-फानन में उनके स्थान पर राज्यपाल सेवा निवृत्त ले.ज.गुरमीत सिंह के आने का कार्यक्रम शनिवार को तय था, लेकिन ठीक 11 बजे इस कार्यक्रम में भी बदलाव दिखाई दिया। बताया गया कि सिल्क्यारा में टनल के मजदूरों को कभी भी निकाल लिए जाने की संभावना के चलते राज्यपाल महोदय के लिए हवाई सेवा की व्यवस्था नहीं हो पाई। इसलिए वे बैकुंठ चतुर्दशी मेले के शुभारंभ अवसर पर नहीं पहुंच पाए, लेकिन राज्यपाल ने वर्चुवल माध्यम से अपना संदेश आवास-विकास विभाग के मैदान में पहुंचे मेलार्थियों तक पहुंचाया।
इस मौके पर ऑनलाइन संबोधन में राज्यपाल से.नि.ले.ज.गुरमीत सिंह ने कहा कि श्रीनगर विचारशीलता, सौंदर्य और धार्मिकता का मिलन बिन्दु है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उत्तराखंड की प्रगति का आधार केंद्र बन गया है। उन्होंने कहा कि सच्चे सुख और शांति का स्रोत आत्मा में ही है। बैकुंठ चतुर्दशी का पर्व आत्मा को यही सुख प्रदान करता है और जीवन का असली उद्देश्य बताता है।