- फाइनल मुकाबला हरिद्वार और पिथौरागढ़ के बीच खेला गया
- हल्द्वानी में जल्द बनेगी उत्तराखंड की पहली खेल यूनिवर्सिटी
23 जून से हल्द्वानी के स्पोर्ट्स स्टेडियम में राज्य स्तरीय अंडर-17 बालक हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। यह आयोजन विश्व ओलंपिक दिवस के उपलक्ष्य में किया गया, जिसका उद्देश्य खेल भावना को बढ़ावा देना और युवाओं को प्रतियोगिता के लिए प्रेरित करना था। तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड के विभिन्न जिलों से खिलाड़ियों ने भाग लिया और उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिता में कुल 10 जिलों की टीमों ने भाग लिया। फाइनल मुकाबला हरिद्वार और पिथौरागढ़ के बीच खेला गया, जिसमें हरिद्वार की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। पिथौरागढ़ की टीम को रजत पदक मिला जबकि टनकपुर की टीम ने कांस्य पदक अपने नाम किया। सभी खिलाड़ियों ने अनुशासन और खेल भावना का बेहतरीन उदाहरण पेश किया।
खेल मंत्री रेखा आर्य ने खिलाड़ियों को किया सम्मानित
समापन अवसर पर उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्य ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया। उन्होंने खिलाड़ियों को भविष्य में और बेहतर करने की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खेलों के प्रति गंभीर है और हर जिले में खेल अधोसंरचना को मजबूत किया जा रहा है।
मंत्री ने यह भी घोषणा की कि अगस्त महीने में हल्द्वानी में उत्तराखंड की पहली खेल यूनिवर्सिटी का भूमि पूजन किया जाएगा। यह विश्वविद्यालय न सिर्फ प्रशिक्षण बल्कि खेल शिक्षा का भी केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा कि ओलंपिक 2036 को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार अभी से प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें प्रशिक्षित करने पर कार्य कर रही है।
रेखा आर्य ने यह भी जानकारी दी कि हल्द्वानी के गोलापार में 18 लाख रुपये की लागत से अत्याधुनिक हॉकी ग्राउंड बनकर तैयार हो गया है, जिसका जल्द ही शुभारंभ किया जाएगा। इससे राज्य के हॉकी खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण की सुविधा मिलेगी। उन्होंने यह भी दोहराया कि उत्तराखंड को ‘खेल प्रदेश’ बनाने की दिशा में सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है।
