झारखंड हॉकी टीम की पांचवीं लगातार जीत
झारखंड की बेटियों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि प्रतिभा को संसाधनों की नहीं, आत्मविश्वास और हौसले की जरूरत होती है।
मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में हुए 15वीं हॉकी इंडिया सब-जूनियर महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप के फाइनल में झारखंड ने ओडिशा को 1-0 से हराकर लगातार पांचवीं बार स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
फाइनल मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमों के बीच तीव्र प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। पहले दो क्वार्टर तक स्कोर बराबरी पर रहा। लेकिन तीसरे क्वार्टर में झारखंड की एक खिलाड़ी ने शानदार फील्ड गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी।
उसके बाद ओडिशा ने बराबरी की भरपूर कोशिश की, लेकिन झारखंड की डिफेंस लाइन ने शानदार बचाव कर जीत को अंतिम सीटी तक थामे रखा।
इस ऐतिहासिक जीत ने यह दिखा दिया कि झारखंड की बेटियां खेल के मैदान में किसी से कम नहीं हैं। पांच बार लगातार चैंपियन बनना, वह भी राष्ट्रीय स्तर पर, केवल स्किल नहीं बल्कि मानसिक मजबूती, जज्बे और कड़ी मेहनत का परिणाम है।
मैच के बाद स्टेडियम तालियों से गूंज उठा। दर्शकों ने झारखंड की बेटियों के हर मूवमेंट पर उत्साह से प्रतिक्रिया दी।
पुरस्कार व प्रदर्शन का विश्लेषण
- फाइनल का प्लेयर ऑफ द मैच: जिनसोई मुंडा (झारखंड)
- सर्वाधिक गोल: लालृंहलुई (मिजोरम)
- बेस्ट गोलकीपर: खिल्ली कुमारी (झारखंड)
- बेस्ट स्ट्राइकर: शिवानी केरकेट्टा (झारखंड)
इस बार कुल 28 टीमों ने चैंपियनशिप में भाग लिया था, लेकिन झारखंड शुरुआत से लेकर फाइनल तक अपराजेय रही।
मैच के समापन समारोह में भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान सलीमा टेटे, हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह, हॉकी झारखंड के अधिकारी और झारखंड सरकार के खेल मंत्री सुदिव्य कुमार मौजूद रहे।।
