राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस जॉयमाल्य बागची को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया है। अब सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 33 हो जाएगी। सुप्रीम कोर्ट में जजों की स्वीकृत संख्या 34 है।
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सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने इससे पहले 6 मार्च को जस्टिस जॉयमाल्य बागची को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की थी।
कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोशल मीडिया के जरिय एक्स हैंडल से जस्टिस जॉयमाल्य बागची की नियुक्ति के बारे घोषणा की है। न्यायमूर्ति बागची सुप्रीम कोर्ट में छह वर्ष से अधिक का कार्यकाल पूरा करेंगे।
जस्टिस केवी विश्वनाथन 25 मई, 2031 को चीफ जस्टिस के पद से जब रिटायर होंगे, उसके बाद जस्टिस बागची 2 अक्टूबर 2031 को अपनी सेवानिवृत्ति यानि चार महीने से कुछ अधिक अवधि तक भारत के मुख्य न्यायाधीश होंगे।
जस्टिस बागची को 27 जून, 2011 को कलकत्ता उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। 4 जनवरी, 2021 को उनका तबादला आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में किया गया था।
8 नवंबर, 2021 को वे फिर से कलकत्ता उच्च न्यायालय में लौट आए और तब से वहीं कार्यरत हैं। जस्टिस बागची ने 13 वर्षों से अधिक हाई कोर्ट में सेवा दी है।