यात्रा सीजन में रिकॉर्ड तोड़ आर्थिक गतिविधि
केदारनाथ धाम में इस वर्ष की यात्रा के शुरुआती 48 दिनों में ही 300 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ है। चारधाम यात्रा का यह प्रमुख केंद्र, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं, इस बार न सिर्फ तीर्थ आस्था का केंद्र रहा, बल्कि आर्थिक गतिविधियों का भी हॉटस्पॉट बन गया।
यह आँकड़ा उत्तराखंड सरकार और जिला प्रशासन द्वारा साझा किए गए ब्यौरों पर आधारित है। यात्रा 10 मई को अक्षय तृतीया के अवसर पर कपाट खुलने के साथ शुरू हुई थी। 18 जून तक केवल केदारनाथ धाम में लगभग 8 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
व्यापार के क्षेत्र में उछाल
स्थानीय दुकानों, होटलों, लॉज, टेंट, डंडी-कंडी सेवाओं, घोड़ा-खच्चर व्यवसाय और खानपान से जुड़ी सेवाओं में इस दौरान जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। व्यापारियों का कहना है कि इस बार श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बनी हुई है और मौसम भी अपेक्षाकृत अनुकूल रहा है।
केदारनाथ व्यापार संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि: “बीते वर्षों की तुलना में इस बार यात्रा की रफ्तार तेज रही है। श्रद्धालु अधिक समय तक ठहर रहे हैं, जिससे होटल व्यवसाय, खाने-पीने के स्टॉल और परिवहन सेवाओं को अच्छा लाभ हुआ है।”
पर्यटन और तीर्थ का मिला-जुला रूप
केदारनाथ अब सिर्फ एक तीर्थस्थल नहीं रहा, बल्कि लोग इसे आध्यात्मिक पर्यटन के रूप में भी देख रहे हैं। देशभर से आने वाले श्रद्धालु यहां हेलीकॉप्टर सेवा, VIP दर्शन, और ट्रैकिंग जैसी सुविधाओं का भी लाभ ले रहे हैं।
सरकार द्वारा व्यवस्थाओं को डिजिटल और सुव्यवस्थित बनाने के प्रयासों का भी इस व्यापार वृद्धि में बड़ा योगदान है।
